Edited By vasudha,Updated: 12 Oct, 2019 11:09 AM
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर शिवसेना ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जिसमें मे बेरोजगारी, बिजली समेत कई मुद्दों का जिक्र है। दरअसल भाजपा के साथ सहमति ने बनने के कारण शिवसेना ने अलग घोषणा पत्र जारी करने का फैसला...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर शिवसेना ने शनिवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है, जिसमें मे बेरोजगारी, बिजली समेत कई मुद्दों का जिक्र है। दरअसल भाजपा के साथ सहमति ने बनने के कारण शिवसेना ने अलग घोषणा पत्र जारी करने का फैसला लिया।
पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी की उपनेता प्रियंका चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से घोषणापत्र जारी किया, जिसमें आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की शिक्षा के लिए महाविद्यालय, हर जिले में एक महिला बचत घर, कामकाजी महिलाओं के लिए सरकारी हॉस्टल, रोजगार और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को दुरुस्त करने का वादा किया गया है। मेनिफेस्टो में बाला साहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे की तस्वीर है।
आदित्य ठाकरे ने बताया कि मुंबई के घोषणापत्र में आरे के मामले को शामिल किया गया है। अभी भी आरे को वन क्षेत्र बनाने पर हम अड़े हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना ही नहीं, बल्कि सभी दलों के नेताओं को आरे के बारे में सोचना चाहिए और मिलकर उस पर बात करनी चाहिए। ठाकरे ने बताया कि 5 वर्षों में जगह-जगह जाकर लोगों की स्थिति और उनकी मांग को देखकर हमने ये मेनिफेस्टो को तैयार किया है।
वहीं इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि पार्टी का उद्देश्य किसानों को कर्ज से मुक्त करना है बजाय कि उनका कर्ज माफ करना है। उन्होंने वादा किया कि ग्रामीण इलाकों में गरीबों को दस रुपये में भरपेट खाना और एक रुपये में प्राथमिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा दी जाएगी।