Edited By shukdev,Updated: 10 Dec, 2019 12:02 AM
भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को आरोप लगाया कि शिवसेना का राकांपा एवं कांग्रेस के साथ गठबंधन राज्य में उनकी पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए एक ‘पूर्व नियोजित'' कदम था। फडणवीस ने मराठी दैनिक ‘लोकसत्ता''...
मुम्बई: भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को आरोप लगाया कि शिवसेना का राकांपा एवं कांग्रेस के साथ गठबंधन राज्य में उनकी पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए एक ‘पूर्व नियोजित' कदम था। फडणवीस ने मराठी दैनिक ‘लोकसत्ता' से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी सरकार के पांच वर्षों के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को कभी निराश नहीं किया जो वर्तमान में तीन दलों के महा विकास अघाडी सरकार में मुख्यमंत्री हैं।
फडणवीस ने दावा करते हुए कहा, ‘चुनाव के बाद के दिनों के दौरान शिवसेना के व्यवहार पर सोचने पर मैंने महसूस किया कि शिवसेना का राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन पूर्वनियोजित था। शिवसेना ने हमें सत्ता से दूर रखने का पहले ही मन बना लिया था।' फडणवीस ने दावा किया,‘हमारे (भाजपा...शिवसेना सरकार के) पिछले पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान मैंने कभी भी उद्धव ठाकरे को किसी मुद्दे पर निराश नहीं किया, यद्यपि 2019 के चुनाव के बाद उद्धवजी ने मेरे फोन कॉल तक का भी उत्तर नहीं दिया।' फडणवीस ने अपनी पार्टी के शरद पवार नीत राकांपा के साथ सरकार बनाने के प्रयासों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा,‘पर्दे के पीछे और भाजपा और राकांपा के सरकार बनाने के संयुक्त प्रसास के बीच में काफी कुछ हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राकांपा प्रमुख शरद पवार की (पिछले महीने दिल्ली में बैठक के दौरान) क्या चर्चा हुई यह जल्द सामने आएगा। यदि मुझे इसके बारे में बोलने के लिए कहा गया तो निश्चित तौर पर उसे सार्वजनिक करूंगा।' यह पूछे जाने पर कि क्या उच्चतम न्यायालय के फैसले (शक्ति परीक्षण के लिए समयसीमा तय करने) ने राकांपा नेता अजित पवार को भाजपा के साथ गठबंधन से बाहर जाने के लिए बाध्य किया, फडणवीस ने कहा, ‘अजित पवार के हटने के कारण उन्हें अच्छी तरह से पता हैं। उन्हें सामने आकर बताना चाहिए।' उन्होंने पिछले महीने उच्चतम न्यायालय के शक्तिपरीक्षण को लेकर दिए गए फैसले को ‘अप्रत्याशित' बताया।