Edited By vasudha,Updated: 06 Jan, 2019 06:32 PM
भारतीय जनता पार्टी के साथ बढ़ती कटुता के बीच उसकी सहयोगी शिवसेना ने ऐलान किया कि वह संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगी। पार्टी ने कहा कि हमने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने का ठान लिया है...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के साथ बढ़ती कटुता के बीच उसकी सहयोगी शिवसेना ने ऐलान किया कि वह संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगी। पार्टी ने कहा कि हमने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करने का ठान लिया है।
सात जनवरी को संसद में पेश हो सकता है विधेयक
पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि असम गण परिषद ने शिवसेना से इस कानून का विरोध करने की अपील की थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि असम के लोगों ने जाति, धर्म आदि से ऊपर उठकर इस प्रस्तावित कानून का विरोध किया। इस विधेयक का परीक्षण कर रही संयुक्त संसदीय समिति सात जनवरी को संसद में इसे पेश कर सकती है।
असमी लोगों को इस विधेयक से पहुंचेगी ठेस
शिवसेना के अनुसार असमी लोगों के सांस्कृतिक, सामाजिक एवं भाषाई पहचान की सुरक्षा के लिए असम संधि में किये गये प्रयासों को इस प्रस्तावित कानून से ठेस पहुंचेगा। राउत ने कहा कि यदि यह विधेयक पारित हो गया तो उच्चतम न्यायालय की निगरानी में चल रही राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की पूरी प्रक्रिया निरर्थक हो जाएगी।