Edited By Anil dev,Updated: 02 Sep, 2020 05:26 PM
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सैकड़ों स्वरूपों की सन् 2013 से 2015 के बीच दस्ती एंट्री दिखाकर शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के रिकॉर्ड से गायब होने का खुलासा श्री अकाल तख्त साहिब की बनी जांच कमेटी द्वारा करने के बाद से दिल्ली में सियासत तेज हो गई है।
नई दिल्ली: श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सैकड़ों स्वरूपों की सन् 2013 से 2015 के बीच दस्ती एंट्री दिखाकर शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के रिकॉर्ड से गायब होने का खुलासा श्री अकाल तख्त साहिब की बनी जांच कमेटी द्वारा करने के बाद से दिल्ली में सियासत तेज हो गई है। बुधवार को जागो - जग आसरा गुरु ओट(जत्थेदार संतोख सिंह) पार्टी तथा सिख संगतों ने इस मामले में शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की चुप्पी के खिलाफ उनके दिल्ली निवास के नजदीक शांतिपूर्ण रोष प्रदर्शन किया। जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके के नेतृत्व में सैकड़ों संगतों ने जपुजी साहिब, चौपई साहिब तथा वाहेगुरु गुरमंत्र का पाठ करने के बाद सुखबीर सिंह बादल की जमीर जागने तथा गायब या नष्ट हुए स्वरूपों के लिए पश्चाताप की अरदास की।
प्रदर्शनकारी थाना तुगलक रोड गोल चक्कर पर बने लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन के मुख्य गेट के आगे जमीन पर दरी बिछा कर बैठ गए और पाठ करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारीयों ने इलाके में धारा 144 लगी होने व कोविड 19 की महामारी फैले होने का हवाला देते हुए लाउडस्पीकर से चेतावनी देनी शुरू कर दी। जिसके बाद जीके ने माइक से ऐलान किया कि संगत कोई नारेबाजी नहीं करेगी और ना ही बेरीकेड्स की ओर जाएगी। पूर्ण शांत रहकर पाठ व अरदास की जाएगी। पार्टी के महासचिव व मुख्य प्रवक्ता परमिंदर पाल सिंह ने इस मौके अरदास की। जीके ने संगतों को संबोधित करते हुए साफ कहा कि सुखबीर के कहने और जानकारी में यह सब कुछ हुआ है। उक्त स्वरूप डेरों को दिए हो सकते है, जहां मर्यादा का पालन करने को लेकर सवाल हो। इसलिए हमने सुखबीर की जमीर जगाने की अरदास संगत रूप में की है। शिरोमणी कमेटी छोटे कर्मचारीयों पर कार्रवाई करके बड़े मगरमच्छों को बचा रही है। शिरोमणी कमेटी कह रही है कि हम आर्थिक नुकसान की वसूली कर रहें हैं। पर हमें कागज, स्याही और जिल्द के पैसे वसूली में नहीं चाहिए। हमें यह बताया जाए कि हमारे गुरु पिता कहां हैं ? किस हालात में हैं ?
अगर किसी के घर का कोई व्यक्ति मर या गायब हो जाए तो क्या उसकी पैसे से भरपाई परिवार को मंजूर होगी ? परिवार तब तक उसको मरा हुआ नहीं मानता, जब तक अपनी आँखों से अपने परिजन की लाश न देख ले। इसलिए हमें आधिकारिक तौर पर लापता किए गए स्वरूपों का पता बताया जाए। ताकि सिख पंथ स्वरूपों की संभाल कर सके। अकाली नेताओं को इस मसले पर घेराबंदी करके सवाल पूछने की संसार भर के सिखों को अपील करते हुए जीके ने स्वरूप लापता करने के दोषियों के खिलाफ फौजदारी मुकदमे दर्ज करवाने की भी संगत को सलाह दी। मीडिया के साथ बातचीत के दौरान जीके ने इस मसले पर चुप ना रहने का इशारा करते हुए दिल्ली कमेटी के नेताओं को चुप्पी तोडऩे की नसीहत भी दी। जीके ने अकाली नेताओं को 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर यह चुप रहे तो जागो दिल्ली में स्थित बाकी अकालीयों के घरों को घेरने की मुहिम भी शुरू कर सकती है। इस मौके पार्टी की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चमन सिंह, अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरजीत सिंह जीके, कौर ब्रिगेड की प्रदेश अध्यक्ष मनदीप कौर बख्शी, धर्मप्रचार कमेटी की चेयरमैन तरविंदर कौर खालसा, यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष हरजीत सिंह बाउंस सहित बड़ी संख्या में पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।