Edited By Tanuja,Updated: 04 Jun, 2019 05:28 PM
खुद को बाईसेक्सुअल बताने वाले भारतीय मूल के एक न्यूरोसाइंटिस्ट सिख ने इस साल के ‘‘गौरव माह'''' (प्राइड मंथ) में इंद्रधनुषीय पगड़ी पहनी...
वाशिगटनः खुद को बाईसेक्सुअल बताने वाले भारतीय मूल के एक न्यूरोसाइंटिस्ट सिख ने इस साल के ‘‘गौरव माह'' (प्राइड मंथ) में इंद्रधनुषीय पगड़ी पहनी जिसपर उन्हें भारतीय नागरिकों से अपार प्रशंसा भी मिली है। इंद्रधनुष एलजीबीटीक्यू समुदाय के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। सेन डियागो में रहने वाले जीवनदीप कोहली ने अपनी सतरंगी पगड़ी का फोटो सोशल मीडिया साइट ट्विटर में सांझा किया है और उन्हें कुछ ही देर में करीब 30 हजार लाइक्स मिल गए।
गौरव माह की शुरूआत एक जून को हुई। यह एलजीबीटी समुदाय के सम्मान में मनाया जाता है। यह 1969 के जून में न्यूयार्क के स्टोनवेल दंगे के स्मरण में मनाया जाता है जो समान अधिकारों के आंदोलन का एक अहम मोड़ है। कोहली के मुताबिक वह बताना चाहते हैं कि पगड़ी सिखों की एक जिम्मेदारी है और यह सतरंगी टोपी लगाने जैसा नहीं है।
पगड़ी विश्व में इस बात का प्रतीक है कि जिस किसी व्यक्ति ने इसे धारण किया है, उससे मदद मांगी जा सकती है। उन्होंने लिखा है कि उन्हें इस बात को लेकर गर्व है कि वह बाईसेक्सुअल और दाढ़ी रखने वाले वैज्ञानिक हैं। कोहली कहते हैं कि वह खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं कि वह अपनी अस्मिता के सभी पक्षों को प्रदर्शित कर पा रहे हैं और वह अन्य लोगो की इसी आजादी की दिशा में प्रयास करते रहेंगे।