Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Nov, 2021 10:12 AM
समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में और इजाफा होगा। भारतीय नौसेना स्टेल्थ फीचर वाली चौथी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी INS वेला को गुरुवार को बेड़े में शामिल किया गया। पनडुब्बी आईएनएस वेला को मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर...
नेशनल डेस्क: समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में और इजाफा होगा। भारतीय नौसेना स्टेल्थ फीचर वाली चौथी स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी INS वेला को गुरुवार को बेड़े में शामिल किया गया। पनडुब्बी आईएनएस वेला को मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह की उपस्थिति में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। हिंद महासागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए यह कदम काफी अहम है। इससे पहले 21 नवंबर को नौसेना ने एक गाइडेड मिसाइल विध्वंसक पोत (डेस्ट्रॉयर) विशाखापत्तनम को भी अपने बेड़े में शामिल किया था।
मिसाइल विध्वंसक पोत और चौथी स्कॉर्पीन की पनडुब्बी के शामिल होने से नौसेना को इस क्षेत्र में काफी बढ़त मिलने की उम्मीद है। नौसेना ने कहा कि इस पनडुब्बी के सेवा में शामिल होने से उसकी युद्धक क्षमता में बढ़ोतरी होगी। ‘प्रोजेक्ट 75’ में स्कॉर्पीन डिजाइन की छह पनडुब्बियों का निर्माण शामिल है। इनमें से तीन पनडुब्बियों - कलवरी, खंडेरी, करंज - को पहले ही सेवा में शामिल किया जा चुका है। INS वेला का पिछला अवतार 31 अगस्त, 1973 को सेवा में शामिल किया गया था और यह 25 जून, 2010 को सेवा से हटी थी। इसने 37 सालों तक राष्ट्र की महत्वपूर्ण सेवा की थी।