Edited By Monika Jamwal,Updated: 12 May, 2020 11:49 AM
शादी का मतलब ही होता है बैंड-बाजे और धूम-धड़ाके के साथ बारात का आना, लेकिन कोरोना महामारी ने शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों के अरमानों पर पानी फेर दिया है।
साम्बा (संजीव): शादी का मतलब ही होता है बैंड-बाजे और धूम-धड़ाके के साथ बारात का आना, लेकिन कोरोना महामारी ने शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। महामारी के फैलाव को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन में लोग भी नियमों का पालन कर सादे ढंग से विवाह कर रहे हैं। जिले के घो-रकवालाँ (रामगढ़) में हुई ऐसी ही एक शादी में जम्मू जिले के अरनिया (बिश्राह) से महज पांच बारातियों के साथ आया एक दूल्हा दूल्हन ले गया। शादी में लगभग 20-25 लोग ही शामिल हुए। हालांकि लॉकडाउन के चलते शादी के लिए 50 लोगों की अनुमति दी गई है।
घो-रकवालाँ के रामलाल की पुत्री तमन्ना संगराल की शादी अरनिया के वार्ड-1 के राहुल थापा पुत्र रत्न चन्द से तय थी लेकिन लॉकडाउन के कारण बारात नहीं आ पाई और लडक़े वालों की तरफ से शादी में सिर्फ 6 लोग ही पहुंचे। सभी ने मास्क पहने रखे थे और वरमाला के समय भी दूल्हा और दुल्हन ने चेहरों पर मास्क पहनकर एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। क्षेत्र के सरपंच भी शादी में मौजूद रहे।