Edited By Yaspal,Updated: 29 Jul, 2018 06:23 PM
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यमुना में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर नदी किनारे या निचले हिस्से में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के कार्यों की आज समीक्षा की।
नई दिल्लीः दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यमुना में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर नदी किनारे या निचले हिस्से में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के कार्यों की आज समीक्षा की।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गये करीब पांच लाख क्यूसेक पानी के आज शाम तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। अक्षरधाम एवं पांडव नगर इलाके के आसपास यमुना के निचले हिस्से में बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम चल रहा है।
यमुना नदी आज सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी और इसके मद्देनजर सभी संबंधित एजेंसियों और विभागों को सतर्क रखा गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल हुई आपात बैठक में इस बात के निर्देश दिये थे।
संबंधित एजेंसियों को आपात स्थिति में ऊर्जा, खाद्यान्न, पेयजल आपूर्ति और चिकित्सकीय सहयोग के लिए तैयार रहने को कहा गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए नौका तैनात की गयी हैं, जबकि विस्थापित लोगों के रहने के लिए टेंट और अन्य अस्थायी व्यवस्था की गयी हैं।