Edited By Anil dev,Updated: 15 Oct, 2019 02:43 PM
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर विचारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और शिक्षण संस्थाओं पर हमलों में यकीन करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया जा रहा है जो आलोचनात्मक विचारों को नष्ट करता हो
नई दिल्ली: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर विचारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और शिक्षण संस्थाओं पर हमलों में यकीन करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसे माहौल को बढ़ावा दिया जा रहा है जो आलोचनात्मक विचारों को नष्ट करता हो। येचुरी ने देश में विपरीत विचारधारा वाले लोगों के लिए बार बार खतरे उत्पन्न किए जाने का हवाला देते हुए मंगलवार को कहा, आरएसएस भाजपा की सरकार विचारकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और विश्वविद्यालयों पर हमले कराने में यकीन करती है। इस सरकार ने ऐसा वातावरण तैयार किया है जिसमें विरोधी विचारों को नष्ट किया जा रहा है।
हमारा संविधान वैचारिक स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन यह बात भाजपा आरएसएस की सरकार के लिए संकट उत्पन्न करती है। जेएनयू के पूर्व छात्र अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिए जाने और आर्थिक मंदी से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए येचुरी ने कहा कि सरकार को गरीबों के भरण पोषण के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्त बनाने पर प्राथमिकता के साथ ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, पहले अपने नागरिकों का भरण पोषण सुनिश्चित हो। सार्वजनिक वितरण प्रणाली से मिलने वाले खाद्यान्न पर सब्सिडी बढ़ाई जाये। लेकिन मोदी सरकार हमारे सामाजिक तानेबाने को नष्ट करने और प्रचार के तमाशे में व्यस्त है।'' येचुरी ने ट्वीट कर कहा कि देश में भुखमरी की समस्या गहरा गई है। अर्थव्यवस्था न सिर्फ आंकड़ों के आधार पर संकट में है बल्कि लोगों की गुजर बसर भी प्रभावित हुई है, लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।