Edited By Yaspal,Updated: 23 Jan, 2019 06:17 PM
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने पर ध्यान दे रही है ताकि सशस्त्र सेनाओं की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो रक्षा कोरिडोर बनाने...
चेन्नईः रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने पर ध्यान दे रही है ताकि सशस्त्र सेनाओं की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो रक्षा कोरिडोर बनाने का फैसला किया है-एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तरप्रदेश में।
सीतारमण ने कहा कि वर्तमान में कई निर्माता हैं जो अपने कल-पुर्जों को देश के बाहर कई बड़े निर्माताओं को निर्यात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा क्यों है कि हम इन उपकरणों का निर्माण अपने देश में नहीं कर सकते? और इसी कारण हमने कोरीडोर की घोषणा की है, हमने विदेशों से कई निर्माताओं को बुलाया है, वे अपनी इकाई स्थापित करने के लिए स्थान चुन सकते हैं और रक्षा उपकरणों का उत्पादन शुरू कर सकते हैं।’’
तमिलनाडु सरकार के दूसरे वैश्विक निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने पिछले वर्ष राज्य में आयोजित रक्षा प्रदर्शनी को याद किया। उन्होंने कहा कि इसके बाद कई उद्योगों ने राज्य में रक्षा से जुड़े उत्पादन में रूचि लेना शुरू किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि बृहद् औद्योगिकीकरण के लिए केंद्र सरकार तमिलनाडु का पूरा सहयोग करेगी।
इस अवसर पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि तमिलनाडु की करीब 35 कंपनियों ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कोयम्बटूर में एलएमडब्ल्यू की तरफ से रक्षा उपकरण निर्माण इकाई और एयरोस्पेस का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की कई परियोजनाएं बनाई जानी हैं।’’