निर्मला सीतारमण ने GST कलेक्शन को कोविड-19 से जोड़ा, बताया 'दैवीय आपदा'

Edited By Yaspal,Updated: 27 Aug, 2020 09:10 PM

sitharaman linked gst collection to covid 19 calling it divine disaster

राज्यों को राजस्व में कमी की भरपाई के मुद्दे पर जीएसटी परिषद की अहम बैठक हुई। बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह काम हुआ है और वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीएसटी राजस्व में 2.35 लाख करोड़ रुपये की...

नई दिल्लीः राज्यों को राजस्व में कमी की भरपाई के मुद्दे पर जीएसटी परिषद की अहम बैठक हुई। बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह काम हुआ है और वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीएसटी राजस्व में 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी आने का अनुमान है। जीएसटी परिषद की बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी एक "दैवीय घटना" है और यह एक कारक है, जिससे जीएसटी संग्रह प्रभावित हुआ। इस साल हम असाधारण स्थिति का सामना कर रहे हैं। हम एक दैवीय आपदा का सामना कर रहे हैं। हमें मंदी भी देखने को मिल सकती है।

वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति के रूप में 1.65 लाख करोड़ रुपए जारी किए हैं। इसमें मार्च 13,806 करोड़ रुपए भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी क्षतिपूर्ति के लिए एकत्रित उपकर 95,444 करोड़ रुपए था जबकि राज्यों को 1.65 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया गया।  केंद्र ने राज्यों से राजस्व में कमी की भरपाई के लिये बाजार से कर्ज लेने को कहा है। केंद्र के इस कदम का गैर-राजग दलों के शासन वाले प्रदेश विरोध कर रहे हैं। 

सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण की अध्यक्षता में माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की 41वीं बैठक वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये हुई। इसमें सभी राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हैं. बैठक में राज्यों के राजस्व में कमी की भरपाई के मुद्दे पर चर्चा हुई। कांग्रेस और गैर-राजग दलों के शासन वाले राज्य इस बात पर जोर दे रहे हैं कि घाटे की कमी को पूरा करना केंद्र सरकार की सांवधिक जिम्मेदारी है। 

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!