Edited By ,Updated: 28 Apr, 2017 12:03 AM
बीते कुछ वक्त में कश्मीर में हालात बदतर हो चले हैं।
श्रीनगर: बीते कुछ वक्त में कश्मीर में हालात बदतर हो चले हैं। हालात इतने बिगड़े कि हाल ही में सी.एम. महबूबा मुफ्ती पी.एम. नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पहुंचीं। हालात खराब होने की मुख्य वजह आतंकवादी हमलों के साथ-साथ अशांति भी है। इंटेलिजेंस रिपोट्र्स के मुताबिक सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके लोगों को सडक़ों पर उतरने की अपील की जा रही है। युवाओं को पथराव करने के लिए उकसाया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 90 के दशक के बाद बीते एक साल में सबसे ज्यादा युवाओं ने पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को जॉइन किया है।
पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका घाटी के युवाओं के सिस्टम और सरकार में भरोसे को कम करने में कामयाब रहे हैं। बीते कुछ वक्त में बढ़ी पत्थरबाजी इसका बड़ा उदाहरण है। हालात तो और बिगड़े नजर आएए जब हफ्ते भर पहले ही कश्मीर में सुरक्षाबलों पर लड़कियां की जमकर पत्थरबाजी करने की तस्वीरें सामने आईं। वहींए दूसरी ओर आतंकियों और जवानों के मुठभेड़ के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा बाधा पहुंचाने के मामले भी काफी तेजी से बढ़ गए। कुछ घटनाएं तो ऐसी हुईं कि मुठभेड़ों में दखल दे रहे आम नागरिकों को जान गंवानी पड़ी।
माना जा रहा है कि आतंकी समूहों को जॉइन करने वाले इन नए युवकों को पहले के मुकाबले आम जनता का बेहतर समर्थन हासिल है। आम लोग न केवल इनको भोजन और दूसरी सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं, वहीं वक्त पडऩे पर आसरा और भागने में मदद भी देते हैं। घाटी के कुछ इलाकों में आतंकियों के बंदूकों के साथ खुलेआम घूमने की भी तस्वीरें सामने आई हैं।
इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक अब विभिन्न संगठनों के आतंकी एकजुट होकर भारत विरोधी गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं।