Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jun, 2018 01:03 AM
देश की सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2018 की पहली तिमाही में यह 34 प्रतिशत बढ़कर 3,269 मेगावाट रही। पिछले साल 2017 की चौथी तिमाही में 2,448 मेगावाट क्षमता स्थापित की गयी थी। वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परामर्श फर्म मरकॉम...
नई दिल्ली : देश की सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2018 की पहली तिमाही में यह 34 प्रतिशत बढ़कर 3,269 मेगावाट रही। पिछले साल 2017 की चौथी तिमाही में 2,448 मेगावाट क्षमता स्थापित की गयी थी। वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परामर्श फर्म मरकॉम कम्युनिकेशंस इंडिया ने एक रिपोर्ट में यह बात कही। फर्म ने बयान में कहा कि सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के लिहाज से 2018 की पहली तिमाही सबसे अच्छी रही।
इस दौरान 3,269 मेगावाट क्षमता स्थापित की गई जो 2017 की चौथी तिमाही में स्थापित क्षमता 2,448 मेगावाट से 34 प्रतिशत अधिक है। यह 2017 की पहली तिमाही के आंकड़े से भी अधिक है। 2017 की पहली तिमाही में 2,991 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की गयी थी।
फर्म ने कहा कि पहली तिमाही में स्थापित क्षमता में मुख्यत : परियोजनाओं के पूरे होने के कारण तेजी रही। ये परियोजनाएं पिछली तिमाही में चालू होनी थी लेकिन ग्रिड कनेक्शन की समस्या के कारण इसमें देरी हुई। इसमें कहा गया है कि यह पहली तिमाही है जिसमें 3,000 मेगावाट क्षमता स्थापित की गई और यह लगातार पांचवी तिमाही है जिसमें कम से कम 2,000 मेगावाट क्षमता स्थापित की गई। बयान में कहा गया है कि 2018 की पहली तिमाही के अंत में सौर ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता 22,800 मेगावाट पहुंच गई।