Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Apr, 2018 01:27 PM
समाज में पैसे की किमत क्या है वह हम सभी जानते हैं, लोग इसके पीछे भाग रहे हैं। कई बार अधिक पैसा कमाने की चाह गलत रास्ते पर ले जाती है। इसी बीच मुंबई के बिजनेसमैन के बेटे और पेशे से चार्ट्ड अकाउंटेंड मोक्षेष के एक फैसले ने दुनिया को हैरान कर दिया...
नेशनल डेस्क: समाज में पैसे की किमत क्या है वह हम सभी जानते हैं, लोग इसके पीछे भाग रहे हैं। कई बार अधिक पैसा कमाने की चाह गलत रास्ते पर ले जाती है। इसी बीच मुंबई के बिजनेसमैन के बेटे और पेशे से चार्ट्ड अकाउंटेंड मोक्षेष सेठ के एक फैसले ने दुनिया को हैरान कर दिया है। 24 वर्षीय मोक्षेष संसारिक सुखों को त्याग कर जैन भिक्षु के रूप में दीक्षा लेंगे।
मोक्षेश का परिवार जेके कॉर्पोरेशन का मालिक है जिनकी डायमंड, मेटल और शुगर इंडस्ट्रीज हैं। उन्होंन अपने बेटे के इस फैसला का समर्थन किया है। वहीं मोक्षेश का कहना है कि जब वह वह 15 साल के थे तब उन्हे पहली बार जैन भिक्षु बनने का ख्याल आया। सीए बनने के बाद उन्होंने दो साल बिजनेस भी किया लेकिन वहां उन्हे शांति नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने इस रास्ते पर जाने का फैसला लिया।
मोक्षेश का परिवार मूल रूप से उत्तरी गुजरात के दीशा से ताल्लुक रखता है और अब 60 से भी ज्यादा वर्षों से मुंबई में रह रहा है। पिता गिरीश सेठ ने बताया कि मोक्षेश को हमेशा से अध्यात्म में रुझान रहा है और 8 साल पहले ही उसने भिक्षु बनने की इच्छा जाहिर की थी। परिवार के समझाने पर वो अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए तैयार हुए। उन्होंने बताया कि उनके परिवार के 200 साल के इतिहास में मोक्षेश जैन साधु बनने वाले पहले पुरुष होंगे। उनके परिवार की 5 महिलाएं जैन साध्वी बन चुकी हैं।