Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 11:56 PM
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रमुख दलों के नेताओं ने केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार के खिलाफ भविष्य में समान दृष्टिकोण और समझ बनाए रखने पर जोर दिया।
नेशनल डेस्क: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रमुख दलों के नेताओं ने केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार के खिलाफ भविष्य में समान दृष्टिकोण और समझ बनाए रखने पर जोर दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष पद छोडऩे के बाद सोनिया ने किसी बैठक की पहली बार अध्यक्षता करते हुए संविधान , अल्पसंयकों पर हो रहे हमलों, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण , किसानों की दशा और न्यायपालिका के संकट पर चर्चा की। उन्होंने हाल ही में देश में हुई घटनाओं के लिए सांप्रदायिक ङ्क्षहसा,ध्रुवीकरण, और अन्य मामलों के लिए केन्द्र की मोदी सरकार को जिमेदार ठहराया। सोनिया ने कहा कि आधार कार्ड का विचार बहुत अच्छा है लेकिन सरकार इसका इस्तेमाल निजता के उल्लंघन में कर रही है।
गांधी ने देश की जोखिम पूर्ण आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आवश्यक वस्तुओं खासकर पेट्रोलियम उत्पादों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा कम किए जाने पर ङ्क्षचता जाहिर करते हुए कहाÞ संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा कम होती जा रही है।
गौरतलब है कि इस बैठक में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने हिस्सा नहीं लिया। बैठक के बाद भारतीय कयुनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि इस बैठक में संसद के बाहर विभिन्न मसलों पर चर्चा करने की रणनीति अपनाने पर निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा एक आंदोलन करने के लिए यह बहुत ही जरूरी है ताकि संसद से बाहर हम इन पर विचार करें और जो करना है फिर वह कर सकते है।