Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Dec, 2017 10:19 AM
राहुल गांधी ने शनिवार को देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में औपचारिक रूप से बागडोर संभाल ली तथा पार्टी जनों से ‘‘हिंसा और गुस्से की राजनीति’’ से लड़ने और उसे परास्त करने का आह्वान किया। इस अवसर पर सोनिया गांधी, पूर्व...
नई दिल्ली: राहुल गांधी ने शनिवार को देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में औपचारिक रूप से बागडोर संभाल ली तथा पार्टी जनों से ‘‘हिंसा और गुस्से की राजनीति’’ से लड़ने और उसे परास्त करने का आह्वान किया। इस अवसर पर सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। इस मौके पर जहां मनमोहन सिंह ने सोनिया को एक स्मृति चिन्ह भेंट कर पार्टी में उनके योगदान की सराहना की, वहीं पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने राहुल को शॉल पहनाकर उनका स्वागत किया। अपनी विदाई पर स्पीच देेते हुए सोनिया कई बार भावुक हुई और कई बार उन्होंने अपनीन सास इंदिरा गांधी का जिक्र किया।
तीन बार रोकनी पड़ी स्पीच
कांग्रेस वर्कर्स द्वारा पटाखे फोड़ने की वजह से उन्हें 3 बार अपनी स्पीच रोकनी पड़ी। कार्यकर्त्ताओं में जोश का आलम यह था कि वे बार-बार समझाने पर भी नहीं मान रहे थे।
भावुक हो बोली, डर रही थी कैसे संभालूंगी संगठन
सोनिया ने भावुक होते हुए कहा कि 20 साल पहले जब आपने मुझे अध्यक्ष पद के लिए चुना तो मुझमें घबराहट थी कि कैसे इस संगठन को संभालूंगी। तब मेरे सामने एक कठिन कर्तव्य था।