Edited By Yaspal,Updated: 17 Dec, 2019 10:55 PM
नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर फिर हमला बोलते हुए मंगलवार को कहा कि वह लोगों की भावनाओं के खिलाफ काम कर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल रही है तथा नागरिकों की आवाज दबाने में उसे कोई
नई दिल्लीः नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर फिर हमला बोलते हुए मंगलवार को कहा कि वह लोगों की भावनाओं के खिलाफ काम कर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल रही है तथा नागरिकों की आवाज दबाने में उसे कोई हिचक नहीं होती है।
गांधी ने विपक्ष के 12 अन्य दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने के बाद राष्ट्रपति भवन के बाहर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता अधिनियम लागू करने के विरोध में देश के पूर्वोत्तर से शुरु हुआ आंदोलन अब दिल्ली तक पहुंच चुका है और पुलिस निरंकुश होकर लोगों की आवाज दबाने का काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने जामिया मिल्लिया के छात्रावास में घुसकर छात्राओं पर निर्दयता से प्रहार किया है और बाल पकड़कर लड़कियों को घसीटा है। पुलिस ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आंदोलन कर रहे छात्रों को निर्ममता से पीटा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस कानून को लागू करने के बाद देश में स्थिति लगातार बिगड़ रही है और सरकार पुलिस दमन के जरिए लोगों की आवाज को बंद करने का प्रयास कर रही है। देश के विभिन्न भागों में चल रहे आंदोलनों के कारण भय का माहौल पैदा हो गया है इसलिए राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
सोनिया गांधी ने कहा कि अधियम के विरोध की लपटें अब पूरे देश में और तेजी से फैल रही है। स्थिति आने वाले समय में और ज्यादा खराब हो सकती है इसलिए राष्ट्रपति इस मामले में सरकार को सलाह दें कि वह जनहित में इस कानून को तत्काल वापस ले।