Edited By vasudha,Updated: 27 Nov, 2020 11:57 AM
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी किसान आंदोलन के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने पर हाल में पारित किसान विरोधी तीनों कानूनों को फाड़ कर रद्दी की टोकरी में डाल देंगे...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी किसान आंदोलन के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने पर हाल में पारित किसान विरोधी तीनों कानूनों को फाड़ कर रद्दी की टोकरी में डाल देंगे।
कांग्रेस शुरू से कर रही इस बिल का विरोध
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों से कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने वादा किया है कि कांग्रेस जब केंद्र की सत्ता सम्भालेगी तो वह सबसे पहले किसान विरोधी इन तीनो कानूनों को खत्म करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से इन तीनों कानूनों का विरोध करती रही है। इन कानूनों का विरोध करने के कारण संसद में उसके सांसदों को निलंबित तक होना पड़ा है।
किसानों की मांग माने सरकार
सोनिया और राहुल गांधी ने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं वहां किसानों को इन कानूनों के कारण नुकसान नहीं हो इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए अलग कानून बनाया जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा कि किसान किसी दल विशेष का नहीं बल्कि सभी का होता है और वह अपनी मेहनत से सभी के पेट की भूख मिटाने का काम करता है इसलिए किसान की बात सुनी जानी चाहिए।