Edited By Yaspal,Updated: 29 Jun, 2019 04:47 PM
जम्मू-कश्मीर की धारा 370 पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद अब केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे का इस्तेमाल अपनी सहूलियत के हिसाब से करती हैं। ये विशेष...
नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर की धारा 370 पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद अब केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष दर्जे का इस्तेमाल अपनी सहूलियत के हिसाब से करती हैं। ये विशेष दर्जा इन दोनों की देन है। इन दोनों पार्टियों को जब ठीक लगता है, तब इस्तेमाल करती हैं और जब ठीक नहीं लगता है, तब नहीं करती हैं।
सिंह ने कहा कि संविधान के दूसरे सदस्यों जैसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आपत्तियों को दूर करने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था, ये घिसते-घिसते घिस जाएगी। उन्होंने कहा, देशभर की विधानसभाओं के कार्यकाल को छह साल के लिए बढ़ाया गया था, तब जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख अबदुल्ला ने इसे स्वीकार कर लिया था। लेकिन जब तीन साल बाद मोरारजी सरकार ने इस नियम को हटाया तो अब्दुल्ला ने यह कहकर मना कर दिया कि हमारे पास विशेष दर्जा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसका नतीजा ये हुआ कि आज 40 साल बाद भी केवल जम्मू-कश्मीर में ही विधानसभा छह साल तक चलती है। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कैबिनेट में सरदार बल्लभभाई पटेल को दो नंबर की जगह दी थी। वो गृह मंत्री थे। तो जम्मू-कश्मीर का मामला भी उन्हें ही देखने देना था। ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने हैदराबाद समेत अन्य प्रदेशों को संभाला।
अगर ऐसा होता तो ना केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि देश के दूसरे राज्यों का इतिहास भी अलग होता। पंडितजी को लगता था कि केवल वो ही कश्मीर को किसी और से ज्यादा बेहतर जानते हैं, तो उन्होंने ऐसा किया। हम आज तक इसी झगड़े में फंसे हैं।" सिंह का बयान एक ऐसे समय में आया है, जब लोकसभा में जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने भी ये स्पष्ट कर दिया है कि सरकार राज्य में साल के अंत तक विधानसभा चुनाव करवाएगी।