Edited By Yaspal,Updated: 23 Jan, 2019 10:27 PM
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लोकूर ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उच्चतम न्यायालय परिसर में आने तथा प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई से मिलने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को राजनीतिक दायरे से दूर रहना...
नई दिल्लीः उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मदन बी लोकूर ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उच्चतम न्यायालय परिसर में आने तथा प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई से मिलने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को राजनीतिक दायरे से दूर रहना चाहिए लेकिन इसका यह अर्थ नहीं कि वे एकांतवास में रहें।
प्रधानमंत्री को सार्वजनिक कार्यक्रमों में आमंत्रित करना गलत नहीं
पूर्व न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता आपका दूरी से क्या अर्थ है? क्या आप यह कह रहे हैं कि मुझे प्रधानमंत्री को चेहरा नहीं देखना चाहिए? प्रधानमंत्री को सार्वजनिक कार्यक्रम में आमंत्रित करने में कुछ भी गलत नहीं था। उच्चतम न्यायालय के दरवाजे खोलना पूरी तरह से सही था।’
उनसे सीजेआई गोगोई के प्रधानमंत्री की सीजेआई का अदालती कक्ष देखने की इच्छा पर सहमत होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘आप इसमें बहुत ज्यादा गहराई में जा रहे हैं और इसे बहुत ज्यादा खींच रहे हैं।’’
गौरतलब है कि प्रधान न्यायाधीश गोगोई ने 25 नवंबर को बिमस्टेक देशों (बांग्लादेश, भूटान, म्यामां, नेपाल और थाईलैंड) के न्यायाधीशों के लिए आयोजित रात्रिभोज में प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया था।