Edited By vasudha,Updated: 21 Jul, 2020 01:38 PM
किसानों ने दूध का खरीद मूल्य बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों में मंगलवार को एक आंदोलन शुरू किया। आंदोलनकारियों ने किसान संगठन ‘स्वाभिमानी शेतकारी संगठन’ के सदस्यों के साथ मिलकर दूध के टैंकरों को...
नेशनल डेस्क: किसानों ने दूध का खरीद मूल्य बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापुर जिलों में मंगलवार को एक आंदोलन शुरू किया। आंदोलनकारियों ने किसान संगठन ‘स्वाभिमानी शेतकारी संगठन’ के सदस्यों के साथ मिलकर दूध के टैंकरों को रोका और उन्हें पुणे-बेंगलुरू राजमार्ग पर खाली कर दिया।
किसानों के इस आंदोलन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है किस तरह कई लीटर दूध को सड़क पर बह दिया गया। आंदोलनकारियों ने बताया कि वे दूध की खरीद की कीमतों में पांच रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी और इसका लाभ सीधे दूध उत्पादकों के खातों में डाले जाने की मांग कर रहे हैं।
किसानों ने कहा कि हम दूध के उत्पादकों के लिए 30 रुपये की निर्यात सब्सिडी और दूध उत्पादों पर लगाए गए माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को रद्द करने की भी मांग कर रहे हैं। उन्होंने 10,000 टन दूध पाउडर आयात करने के केन्द्र के फैसले को रद्द करने की भी मांग की।
आंदोलनकारियों ने कहा कि केन्द्र सरकार की इस योजना के कारण राज्य में दूध का व्यापार प्रभावित हो रहा है। भाजपा पुणे इकाई के अध्यक्ष जगदीश मुलिक ने कहा कि दूध उत्पादकों की मांग पूरी नहीं होने पर वे एक अगस्त से राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे। पुणे में भाजपा नेताओं ने सोमवार को जिलाधिकारी नवल किशोर राम को अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा था।