Edited By shukdev,Updated: 24 Apr, 2019 06:41 PM
भारतीय एजेंसियों ने श्रीलंका के अपने समकक्षों के साथ इस महीने के शुरू में इस बारे में जानकारी साझा की थी कि श्रीलंका में आतंकवादी हमले का अंदेशा है। इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दक्षिण भारत में अहम नेताओं की हत्या की ...
नई दिल्ली: भारतीय एजेंसियों ने श्रीलंका के अपने समकक्षों के साथ इस महीने के शुरू में इस बारे में जानकारी साझा की थी कि श्रीलंका में आतंकवादी हमले का अंदेशा है। इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दक्षिण भारत में अहम नेताओं की हत्या की योजना बना रहे आईएसआईएस प्रेरित मॉड्यूल के संबंध में अपनी जांच पूरी कर ली थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
एनआईए ने कोयंबटूर में आईएसआईएस से संबंधित मामले की जांच की थी जिसमें सात लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। इसके बाद राजनयिक चैनल के जरिए श्रीलंका को जानकारी भेजी गई थी। तहकीकात के दौरान, जांच टीम को नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) के नेता जहरन हाशिम की वीडियो मिली थी जिनसे कोलंबो में भारतीय उच्चायोग पर आतंकी हमले का संकेत मिलता है। मामले की जांच के दौरान, आईएसआईएस से संबंधित कुछ अकाउंटों की साइबर निगरानी की गई, जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने श्रीलंका के अपने समकक्षों के साथ यह जानकारी साझा की कि आईएसआईएस मॉड्यूल का निशाना गिरजाघर हो सकते हैं।
गौरतलब है कि रविवार को ईसाइयों के पर्व ईस्टर पर श्रीलंका में होटलों, गिरजाघरों और अन्य स्थानों पर हुए विस्फोटों में 350 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कोयंबटूर मामले में आरोपी के पास से जब्त वीडियो में कथित रूप से दिख रहा है कि हाशिम श्रीलंका, तमिलनाडु और केरल के युवाओं से क्षेत्र में इस्लामी शासन स्थापित करने को कथित रूप से कह रहा है। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद आशिक ए, इस्माईल एस, शमसुद्दीन, मोहम्मद सलाउद्दीन एस, जाफर सादिक अली और शाह उल हामिद शामिल हैं। इनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है।
कर्नाटक के पांच लोगों के शव घर लाए गए
बम धमाकों में मारे गए कर्नाटक के पांच लोगों के शव गमगीन माहौल में मंगलवार देर रात और बुधवार की तड़के उनके घरों तक लाए गए। जिन लोगों के शव बुधवार तड़के यहां लाए गए उनमें के एच गोविंदप्पा हनुमंतरायप्पा, के एच एम लक्ष्मीनारायन, मुनियप्पा रंगप्पा और हनुमैया शिवकुमार के शव थे जबकि एक अन्य मृतक शेट्टिपाल्या रामकृष्णप्पा नागराज का शव मंगलवार की रात यहां लाया गया।
जिस समय इन शवों को यहां लगाया गया उस वक्त कर्नाटक के गृह मंत्री एम बी पाटिल हवाई अड्डे पर मौजूद थे । बाद में इन शवों को उनके घरों को भेज दिया गया । पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी। इस बम धमाके में कर्नाटक के दस लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और इनमें से कम से कम सात लोग जद एस के कार्यकर्ता हैं।