Edited By Tanuja,Updated: 23 Jul, 2020 05:25 PM
श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह के कर्मचारियों ने कंटेनर टर्मिनल विकसित करने के लिए भारत के साथ प्रस्तावित समझौते का फिर से विरोध शुरू कर दिया है।
कोलंबो: श्रीलंका के कोलंबो बंदरगाह के कर्मचारियों ने कंटेनर टर्मिनल विकसित करने के लिए भारत के साथ प्रस्तावित समझौते का फिर से विरोध शुरू कर दिया है। कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ बैठक बाद तीन जुलाई को विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने किसी दूसरे देश को ईस्टर्न कंटेनर टर्मिनल (ECT) के विकास की अनुमति दी तो, वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
पिछली सिरिसेना सरकार ने ECT के विकास के प्रयास तेज करने के लिये भारत और जापान के साथ सहयोग समझौते (एमओसी) पर हस्ताक्षर किये थे। यह टर्मिनल चीन द्वारा संचालित 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर के कोलंबो इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल (CICT ) के पास स्थित है।
भले ही पिछले साल एमओसी पर हस्ताक्षर कर दिए गए हों, लेकिन टर्मिनल के विकास के लिये एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर होने अभी बाकी हैं। ट्रेड यूनियन सरकार पर एमओसी से बाहर निकलने और इसका 100 प्रतिशत विकास श्रीलंकाई कंपनी द्वारा कराने का दबाव बना रही हैं।