Edited By Seema Sharma,Updated: 29 Jul, 2022 08:31 AM
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शहर के चिनार पार्क इलाके में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े एक अन्य अपार्टमेंट पर गुरुवार देर शाम छापा मारा।
नेशनल डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शहर के चिनार पार्क इलाके में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े एक अन्य अपार्टमेंट पर गुरुवार देर शाम छापा मारा। ईडी ने मुखर्जी के एक फ्लैट से लगभग 28 करोड़ रुपए नकदी बरामद करने के एक दिन बाद इस फ्लैट पर छापा मारा है।
केंद्रीय एजेंसी कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में मुखर्जी को गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले हफ्ते शहर में उसके एक और फ्लैट से ईडी ने 21 करोड़ रुपए से अधिक की बेहिसाब नकदी जब्त की थी। ईडी के अधिकारी ने कहा, ''यह (चिनार पार्क) अपार्टमेंट अर्पिता मुखर्जी का है और हमें संदेह है कि उसके अन्य फ्लैटों की तरह, यहां भी नकदी जमा हो सकती है। हम पड़ोसियों से बात कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां किस तरह की गतिविधियां की गई हैं।''
'पैसों वाले कमरों में जाने की नहीं थी अनुमति'
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि उन्हें उन कमरों में जाने की अनुमति नहीं थी, जहां पैसे रखे जाते थे। पार्थ चटर्जी के आदमी आकर उस पैसे को रख जाते थे। अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि सारा पैसा पार्थ चटर्जी का है। पार्थ और उसके आदमी फ्लैट पर आते थे और पैसे जमा करते थे। पूछताछ में मुखर्जी ने बताया कि वह जानती थी कि पैसे जमा किए जा रहे हैं, लेकिन राशि के बारे में पता नहीं था क्योंकि उसकी पहुंच उन कमरों तक नहीं थी।