Edited By ,Updated: 14 Mar, 2016 04:29 PM
लगभग 12 साल पहले यानि 15 जून 2004 को अहमदाबाद में एक मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए थे, जिनमें इशरत जहां नाम की एक कॉलेज छात्रा भी थी। जिसको लेकर 26/11 के आरोपी डेविड हेडली ने हाल में खुलासा किया...
नई दिल्ली: लगभग 12 साल पहले यानि 15 जून 2004 को अहमदाबाद में एक मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए थे, जिनमें इशरत जहां नाम की एक कॉलेज छात्रा भी थी। जिसको लेकर 26/11 के आरोपी डेविड हेडली ने हाल में खुलासा किया था कि इशरत लश्कर की फिदायीन थी।
जिसके बाद इशरत जहां केस की जांच शुरू हो गई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम बनाई है।
इसके इलावा इशरत जहां केस से जुड़ी फाइलों के गायब होने के मामले में केंद्र ने उच्च स्तरीय जांच कमिटी का गठन किया। गृह मंत्रालय द्वारा गठित कमिटी इशरत जहां केस में दाखिल किए गए दूसरे हलफनामे की पड़ताल करेगी।
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव बीके प्रसाद की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई है। यह टीम इस बात की जांच करेगी कि इशरत जहां केस में गुम हो गया दूसरा एफिडेविट का ड्राफ्ट किसने बनाया था और इसमें शामिल रहने वाले सभी अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी।