Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 05:19 PM
राज्य सरकार के सारे दावे धरातल पर हवा हवाई साबित हो रहे हैं, भले ही राज्य बने 17 साल हो गए हो मगर इन 17 सालों में नैनीताल के ओखलकांडा के ...
नैनीताल: राज्य सरकार के सारे दावे धरातल पर हवा हवाई साबित हो रहे हैं, भले ही राज्य बने 17 साल हो गए हो मगर इन 17 सालों में नैनीताल के ओखलकांडा के थलाडी गांव में स्कूल को जोडऩे वाला पुल नही बन पाया है। जिसके चलते स्कूली बच्चोँ को अपनी जान हथेली पर रखकर स्कूल जा रहे हैं, लेकिन आज तक प्रदेश सरकार का इस और कोई ध्यान नहीं दिया है।
नैनीताल के ओखलकांडा ब्लॉक में बरसात का मौसम शुरू होते ही गोला नदीं का जल स्तर बढऩे से थलाडी आदर्श राजकीय इंटर कॉलेज नाई, के बच्चे जान हथेली पर रख कर स्कूल जाने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी तरफ कई एसे बच्चे भी हैं जो डर के साए में जी रहे हैं और स्कूल नही जा रहे हैं।
ग्रामीणो ने इस समस्या के समाधान के लिए कई बार पूर्व सरकारों समेंत जिला प्रशासन से विधायक सभी से गुहार लगाई लेकिन आज तक इन ब‘चो और ग्रामीणो की आवाज किसी ने नही सुनी,जिस कारण ये बच्चे अपनी जान हथेली पर रख स्कूल जाने को मजबूर हैं, ये प्रदेश का एकमात्र स्कूल नही है जो आज बदहाल हैं।
उधर केदारघाटी में 2013 में आई भीषण आपदा के बाद मंदाकिनी नदी के सभी पुल बह गए। आपदा के चार साल बीत जाने के बाद भी हालात जस की तस बनी हुई है। स्थानीय जनता आज भी ट्रॉली के सहारे नदी पार करने को मजबूर है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए नैनीताल जिलाधिकारी दीपेन्द्र चौधरी ने बताया कि ग्रामीणों के लिए पुल का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। देखते हैं प्रशासन कितनी जल्दी इस मामले में कदम उठाता है।