कोरोना मामलों में वृद्धि होने पर महाराष्ट्र सरकार ने जताई चिंता, पवार बोले- मास्क लगाना करना होगा अनिवार्य

Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Jun, 2022 07:31 PM

state government worried over increase in kovid cases

महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर मामलों में वृद्धि जारी रहती है तो लोगों के लिए मास्क का उपयोग अनिवार्य करना होगा।

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर मामलों में वृद्धि जारी रहती है तो लोगों के लिए मास्क का उपयोग अनिवार्य करना होगा। महाराष्ट्र में बुधवार को कोविड-19 के 1,081 नए मामले सामने आए थे जो 24 फरवरी के बाद किसी एक दिन सामने आए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। इससे पहले मंगलवार को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 711 नए मामले दर्ज किए गए थे।

पवार ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी रख रही है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर न जाएं। उपमुख्यमंत्री ने कहा, "अगर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़ती रही तो मास्क का उपयोग अनिवार्य करना होगा।" एक सवाल के जवाब में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र को मार्च 2022 तक केंद्र सरकार से 29,647 करोड़ रुपये का वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) बकाया मिलना था। दो दिन पहले राज्य को 14,145 करोड़ रुपये मिले, लेकिन अभी तक 15,502 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं।

पवार महाराष्ट्र के वित्त मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा, “हमें अब भी केंद्र से जीएसटी बकाए का 2019-20 का 1,029 करोड़ रुपये, 2020-21 का 6,470 करोड़ रुपये प्राप्त करने हैं जबकि 2021-22 का बकाया 8,003 करोड़ रुपये है।” पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने ईंधन और गैस पर करों में कमी की है, जिसके चलते उसे 3,500 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में खुला मतदान होगा और इसलिए खरीद-फरोख्त में किसी के शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता है।

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