Edited By Yaspal,Updated: 10 Apr, 2020 05:58 PM
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस को लेकर देश हर परिस्थिति के लिए तैयार है लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम ऐसी किसी स्थिति में पहुंचेंगे। मुझे पूरा यकीन है कि भारत जल्द ही इस महामारी पर जीत दर्ज कर लेगा। उन्होंने...
नेशनल डेस्कः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस को लेकर देश हर परिस्थिति के लिए तैयार है लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम ऐसी किसी स्थिति में पहुंचेंगे। मुझे पूरा यकीन है कि भारत जल्द ही इस महामारी पर जीत दर्ज कर लेगा। उन्होंने कहा कि मैं राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से गुजारिश करता हूं कि वे लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराएं। यदि हम इसमें पीछे रहे तो कोरोना महामारी से लड़ाई मुश्किल हो जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश के 400 जिलों में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी केस सामने नहीं आया है। कोरोना हॉटस्पाट के तहत 133 जिले सामने आए हैं। सरकार इन जिलों पर अपनी रणनीति के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुणे में एक लैब से कोरोना टेस्टिंग की शुरुआत की थी जबकि इस समय 200 से भी ज्यादा लैब्स में इस महामारी की जांच हो रही है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि इन सभी के अलावा देश भर में करीब 16 हजार कलेक्शन सेंटर भी सेंपल्स लेने का काम कर रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई के मसले पर चर्चा की। इस बैठक के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते रक्तदान में कमी आई है। हमने फैसला किया है कि रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए जहां-जहां संभव हो दाताओं से ब्लड उनके घर पर ही जाकर लिया जाए या तो उनको घर से उनको बुलाकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने कोरोना महामारी के खात्में के लिए हर संभव योजना बनाई है। हम विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लगातार संपर्क में हैं।