Edited By Archna Sethi,Updated: 08 Aug, 2022 08:10 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि धारूहेड़ा व रेवाड़ी में राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी की ओर से आने वाले गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए जल्द ही एसटीपी बनाया जाएगा। इसके लिए एनजीटी ने आदेश जारी किए हैं कि राजस्थान सरकार इसके...
चंडीगढ़, 8 अगस्त -(अर्चना सेठी ) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि धारूहेड़ा व रेवाड़ी में राजस्थान के औद्योगिक क्षेत्र भिवाड़ी की ओर से आने वाले गंदे पानी की समस्या के समाधान के लिए जल्द ही एसटीपी बनाया जाएगा। इसके लिए एनजीटी ने आदेश जारी किए हैं कि राजस्थान सरकार इसके लिए पैसा उपलब्ध करवाएगी और हरियाणा सरकार टीटमेंट प्लांट स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री आज हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन प्रश्न काल के दौरान विधायक श्री चिरंजीव राव द्वारा रेवाड़ी और धारूहेड़ा में जलभराव की समस्या के संबंध में पूछे गए प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
मुख्यमंत्री ने सदन को इस बात से अवगत कराया कि गत दिनों नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में हरियाणा और राजस्थान के मुख्य सचिवों के साथ इस विषय को लेकर बैठक की गई और एनजीटी के आदेशानुसार जल्द ही टीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। जल्द ही लोगों को इस समस्या से निजात मिलेगी।एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षा के दिनों में लगभग 3 माह के दौरान प्रदेश के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन राज्य सरकार ने इसके निवारण के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की हैं। उठान सिंचाई प्रणाली और पंपों के माध्यम से पानी को टेल तक भी पहुंचाया जा रहा है। रेवाड़ी जिले के मसानी बांध में भी पिछले 3 साल से लगभग 8-10 फुट पानी आज भी रहता है, जो पहली बार हुआ है।
उन्होंने कहा कि हालांकि प्रदेश में जिन जिलों में सिंचाई क्षेत्र कम है, उस क्षेत्र में दिये जाने वाले पानी को अन्य क्षेत्रों में विभाजित किये जाने पर विचार किया जा रहा है। इससे पानी का उचित उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा। पानी की कमी वाले क्षेत्रों में राज्य सरकार मिकाडा के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई को भी बढ़ावा दे रही है। इससे पहले के मुकाबले 30 प्रतिशत तक की पानी की बचत होती है और उत्पादन भी बढ़ता है।