Edited By Parminder Kaur,Updated: 13 Sep, 2024 11:19 AM
महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले में स्थित भिवंडी शहर में स्ट्रीट डॉग्स की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। जुलाई के दो दिनों में ही स्ट्रीट डॉग्स ने 125 से अधिक लोगों को काटकर घायल कर दिया था। वहीं सितंबर के 11 दिनों में ही स्ट्रीट डॉग्स ने 578 लोगों को काटकर...
नेशनल डेस्क. महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले में स्थित भिवंडी शहर में स्ट्रीट डॉग्स की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। जुलाई के दो दिनों में ही स्ट्रीट डॉग्स ने 125 से अधिक लोगों को काटकर घायल कर दिया था। वहीं सितंबर के 11 दिनों में ही स्ट्रीट डॉग्स ने 578 लोगों को काटकर घायल किया है। हाल ही में स्ट्रीट डॉग्स ने एक चार साल की बच्ची लायवा शेख पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
लायवा की मौत के बाद मनपा के सफाई विभाग ने शांतिनगर इलाके से केवल दो स्ट्रीट डॉग्स पकड़कर काम बंद कर दिया। मनपा ने स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ने और उनकी नसबंदी कराने के लिए टेंडर मंजूर किया था, लेकिन अब तक इस काम की शुरुआत नहीं की गई है। इस देरी और लचर प्रबंधन को लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है।
शहर के विभिन्न इलाकों खासकर झोपडपट्टियों में स्ट्रीट डॉग्स की संख्या बहुत बढ़ गई है। 7 और 8 जुलाई को कामतधर और शांतिनगर क्षेत्रों में स्ट्रीट डॉग्स ने 137 लोगों को काटकर घायल किया था, जिनमें से एक पीड़ित लायवा शेख भी थी। इलाज के दौरान लायवा की मौत हो गई थी।
लायवा की मौत के बाद भिवंडी पूर्व के विधायक रईस शेख ने मनपा से स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को समाप्त करने की मांग की थी। विधायक ने ठाणे, कल्याण-डोबीवली और उल्हासनगर मनपा से भी संपर्क कर स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ने में मदद करने का अनुरोध किया। मनपा ने स्ट्रीट डॉग्स को पकड़ने का अभियान शुरू किया था, लेकिन शांतिनगर से केवल दो डॉग्स पकड़ने के बाद अभियान बंद कर दिया गया। इसके कारण शहर में स्ट्रीट डॉग्स के हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं।