Edited By Yaspal,Updated: 20 Aug, 2019 08:40 PM
रक्षा क्षेत्र की आयुध निर्माणियों के कर्मचारियों ने कथित निजीकरण के विरोध में आज से महीने भर की हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल में मान्यता प्राप्त तीन रक्षा परिसंघों के कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं। कर्मचारियों ने काफी दिन पहले ही सरकार को हड़ताल की चेतावनी...
नई दिल्लीः रक्षा क्षेत्र की आयुध निर्माणियों के कर्मचारियों ने कथित निजीकरण के विरोध में आज से महीने भर की हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल में मान्यता प्राप्त तीन रक्षा परिसंघों के कर्मचारी हिस्सा ले रहे हैं।
कर्मचारियों ने काफी दिन पहले ही सरकार को हड़ताल की चेतावनी दे दी थी, जिसके बाद सरकार ने उनके साथ कई दौर की बातचीत भी की थी। बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकलने पर कर्मचारियों ने हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
सरकार ने पिछले सप्ताह ही स्पष्ट किया था कि आयुध निर्माणियों के निजीकरण का उसका कोई प्रस्ताव नहीं है और कर्मचारियों को हड़ताल का निर्णय वापस ले लेना चाहिए। कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को स्पष्ट किया गया था कि सरकार आयुध निर्माणियों को रक्षा क्षेत्र का सार्वजनिक उपक्रम बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है जो पूरी तरह सरकार के अधीन होगा।
यह कहा गया था कि ओएफबी के निजीकरण की अफवाह भ्रमित करने वाली और कर्मचारियों को गुमराह करने के उद्देश्य से फैलायी जा रही हैं। नये कदम से ओएफबी भी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के समकक्ष आ जायेंगी जो उनके हित में है। इस बारे में किसी भी निर्णय में कर्मचारियों के हितों का पूरा ख्याल रखा जायेगा।