Edited By Monika Jamwal,Updated: 08 Oct, 2018 05:32 PM
देहरादून के अल्पाइन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड टेकनॉलोजी कॉलेज से दो सप्ताह पहले लापता कश्मीरी छात्र आतंकी संगठन हिजबुल मुझाहिदीन में शामिल हो गया है।
श्रीनगर : देहरादून के अल्पाइन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड टेकनॉलोजी कॉलेज से दो सप्ताह पहले लापता कश्मीरी छात्र आतंकी संगठन हिजबुल मुझाहिदीन में शामिल हो गया है। कॉलेज से छुट्टी लेकर निकला शोएब अहमद लोन घर की बजाय सीधे आतंकी संगठन हिजबुल में शामिल हो गया। इसका पता परिजनों को उस वक्त लगा जब शोएब की फोटो उसके करीबियों ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के फेसबुक पेज पर देखी। शोएब की मां को पता लगा तो वह डर गई और अब बेटे से लौटने की गुहार लगा रही है। श्रीनगर से करीब 65 किमी दूर दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिला के बुमरथ गांव निवासी शोएब के पिता की मौत उसके जन्म से छह महीने पहले ही हो गई थी। इसके बाद से शोएब और उसकी बड़ी बहन की देखभाल मां मुनारी कर रही थी। वह सेब का कारोबार करती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 12वीं तक पढ़ाई में अच्छे अंक पाकर शोएब ने परिजनों से इंजीनियर बनने की इच्छा जताई। इसके बाद उसे इंजीनियरिंग के लिए दून भेज दिया गया। मगर परिजनों को जरा भी विश्वास नहीं था कि दून जाकर भी वह आतंकी संगठनों के संपर्क में आ जाएगा। मां उम्मीद करती थी कि वह जल्द इंजीनियर बन घर को संभालेगा। मगर बेटे के आतंकी संगठन में जाने का पता लगते ही पूरा परिवार सदमे में है। शोएब की मां ने बेटे की फोटो हिजबुल के फेसबुक पेज पर देखी तो कई बार बेटे से संपर्क की कोशिश की। संपर्क नहीं होने पर उन्हें बेटे के आतंकी संगठन में चले जाने का अहसास हुआ। शोएब अहमद वर्ष 2016 में बीएससी आईटी करने के लिए दून आया। ढाई वर्ष पढ़ाई के दौरान ही वह आतंकी संगठन के संपर्क में आया और अचानक घर पहुंचकर गायब हो गया।
सुराग जुटाने में जुटी पुलिस
कश्मीर से लोन से कौन-कौन मिलने आया, क्या उनमें कोई आतंकी चेहरा था या नहीं। यहां रहने के दौरान वह कैसे आतंकियों से संपर्क में आया। वह फोन या व्हट्सएप के जरिए विदेश में संपर्क तो नहीं करता था। पुलिस और इंटेलीजेंस ने इस तरह के सवाल तलाशने के लिए उसके हॉस्टल संचालक, वार्डन, स्कूल के डीन, उसके साथी छात्रों से भी उसके बारे में जानकारी जुटाई है, लेकिन उसका आतंकी कनेक्शन जुटाना पुलिस के बड़ी मुसीबत बना हुआ है। पुलिस ने कश्मीर के साथ ही सेलाकुई में उसके परिचित छात्रों से उसकी जानकारी के लिए सवाल करने शुरू कर दिए हैं।
नहीं हुआ दोस्त की शादी में शरीक
शोएब दून से दोस्त की शादी में शामिल होने की बात कहकर निकला। चंडीगढ़ से फ्लाइट के जरिये श्रीनगर पहुंचा। मगर यहां से वह न तो घर गया और न ही दोस्त की शादी में शरीक हुआ। जानकारी के अनुसार शोएब सर्टिफाइड एथिकल हैकर है। वह ऑनलाइन हैकिंग में हिजबुल संगठन की बड़ी मदद कर सकता है। सुरक्षा एजेसिंयों ने ऐसा अंदेशा जताया है।