Edited By ,Updated: 04 Jan, 2017 03:24 PM
हाल में आर्मी चीफ के पद से रिटायर हुए दलबीर सिंह सुहाग अब राजनयिक की भूमिका निभा सकते हैं।
नई दिल्ली : हाल में आर्मी चीफ के पद से रिटायर हुए दलबीर सिंह सुहाग अब राजनयिक की भूमिका निभा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि उन्हें नेपाल के राजदूत पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। नेपाल में भारत के राजदूत रंजीत राय जल्द रिटायर होने जा रहे हैं। उनकी जगह सरकार को किसी ऐसे शख्स की तलाश है जो नेपाल पर चीन के बढ़ते प्रभाव को कम कर सके। नेपाल और चीन के बीच पहली बार सैन्य अभ्यास फरवरी में ही होना प्रस्तावित है। इसे भारत के रक्षा और राजनयिक हलकों में चिंता के तौर पर देखा जा रहा है। सुहाग नवंबर में नेपाल गए थे और वहां पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड से मिले थे। दोनों ने रणनीतिक और आपसी मसलों पर बातचीत की थी। तब कहा गया था कि बातचीत बेहद आत्मीय माहौल में हुई। हालांकि सुहाग की राह में कांटे भी कम नहीं हैं। विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह से उनके रिश्तों में खटास की खबरें आ चुकी हैं।
बतौर आर्मी चीफ वीके सिंह के कार्यकाल में प्रमोशन के मामले में सुहाग को निशाना बनाए जाने का विवाद सामने आया था। यह विवाद मोदी सरकार के पद संभालने के तुरंत बाद भी उभरा था। तब सवाल उठ रहे थे कि सुहाग को मोदी सरकार आर्मी चीफ बनाएगी या नहीं। फिर भी मोदी सरकार ने सुहाग के साथ जाने का फैसला किया। म्यांमार और पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक से सुहाग की मोदी की नजरों में साख मजबूत हुए। रिटायरमेंट के वक्त सुहाग ने अपने कार्यकाल में फ्री हैंड देने के लिए सरकार का शुक्रिया भी अदा किया था।