Edited By Anil dev,Updated: 12 Dec, 2019 10:47 AM
600 रुपए की पेंशन के लिए 100 साल से ज्यादा की उम्र में अगर किसी को मोटरसाइकिल पर 40 किलोमीटर सफर करना हो और सेहत भी ठीक न हो तो उसे कई बार सोचना होगा, लेकिन गरीबी और बेबसी से जूझते लोगों को यह सफर करना ही पड़ता है।
उमरिया: 600 रुपए की पेंशन के लिए 100 साल से ज्यादा की उम्र में अगर किसी को मोटरसाइकिल पर 40 किलोमीटर सफर करना हो और सेहत भी ठीक न हो तो उसे कई बार सोचना होगा, लेकिन गरीबी और बेबसी से जूझते लोगों को यह सफर करना ही पड़ता है। पठारी कला से उमरिया आईं 100 साल से ज्यादा उम्र की सुखिया बाई की भी यही मजबूरी रही। उन्होंने सोमवार को 40 कि.मी. का सफर मोटरसाइकिल पर किया।
100 साल से ज्यादा की है वृद्धा की उम्र
उन्होंने पठारी कला से 20 कि.मी. दूर उमरिया आकर अपनी पेंशन ली और फिर 20 कि.मी. वापस भी गईं। सुखिया बाई का शरीर तेज बुखार से तप रहा था लेकिन उनके लिए 600 रुपए की पेंशन स्वास्थ्य से ज्यादा महत्वपूर्ण थी। मजबूरी का यह सफर उन्हें इसलिए करना पड़ा क्योंकि उनके फिंगर प्रिंट को स्कैन करने में कियोस्क बैंक में परेशानी हो रही थी। सुखिया बाई के बेटे सेमू बैगा ने बताया कि उनकी मां की उम्र 100 साल से ज्यादा की है। खुद सेमू की उम्र 70 साल के आसपास है। सेमू बैगा ने बताया कि घर की आॢथक स्थिति अच्छी नहीं है जिस कारण सभी परेशान रहते हैं।