Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Jun, 2019 10:07 AM
सूर्य हिंदू ज्योतिष में बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह है तथा वह ज्योतिष में सत्ता, पिता, राजशाही व सरकार को इंगित करता है। सूर्य एक दिन में एक डिग्री संचार करता है तथा एक राशि में सूर्य का भ्रमण लगभग एक महीने तक होता है।
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जालन्धर (धवन): सूर्य हिंदू ज्योतिष में बहुत ही महत्वपूर्ण ग्रह है तथा वह ज्योतिष में सत्ता, पिता, राजशाही व सरकार को इंगित करता है। सूर्य एक दिन में एक डिग्री संचार करता है तथा एक राशि में सूर्य का भ्रमण लगभग एक महीने तक होता है। पुरातन ज्योतिष के जानकार ज्योतिषी संजय चौधरी के अनुसार इस वर्ष सूर्य 15 जून को शाम 5.38 बजे मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे तथा 16 जुलाई 2019 तक इसी राशि में संचार करेंगे। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संचार होगा क्योंकि सूर्य मिथुन राशि में मंगल व राहू के साथ युती बनाएंगे। मिथुन राशि में सूर्य पर केतू तथा शनि की दृष्टि रहेगी। भारतीय कुंडली में सूर्य दूसरे घर में प्रवेश करने जा रहा है जोकि धन का घर माना जाता है। दूसरा घर शेयर बाजार का भी होता है। बुध इस घर में बुरी तरह से प्रभावित है इसलिए शेयर बाजार तथा करंसी की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
चौधरी ने कहा कि सूर्य की यहां पर शनि से विरोधता होगी क्योंकि दोनों ग्रहों के आमने-सामने दृष्टि होने से जनता तथा केंद्र सरकार के मध्य टकराव की स्थिति देखी जाएगी। इससे जनता तथा सत्ताधारी शासक दल के मध्य भारी अंतर सामने आ सकते हैं। मंगल तथा राहू डिग्री के हिसाब से एक-दूसरे के बराबर आ चुके हैं तथा उस पर शनि की दृष्टि है जिससे कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल आ सकता है। वहीं, मंगल व राहू की युती से देश में दुर्घटनाओं का योग भी बलवती होगा। सूर्य पर छाया ग्रह राहू का प्रभाव रहेगा। इससे कई मामलों में लोग अति-आत्मविश्वासी दिखाई देंगे तथा भारत की जी.डी.पी. के आंकड़े भी संदेह के घेरे में आ सकते हैं। सरकार भी आर्थिक फ्रंट पर घिरी हुई दिखाई देगी।
उन्होंने कहा कि आर्थिक फ्रंट पर केंद्र सरकार को कड़े कदम उठाने के लिए विवश होना पड़ेगा परन्तु इन कदमों को जनता पसंद नहीं करेगी। भारतीय कुंडली के लग्र स्वामी शुक्र भी मिथुन राशि में चलेंगे। यह स्थिति 28 जून से 23 जुलाई 2019 तक बनेगी। इस अवधि में भारत पर आतंकी हमलों या प्राकृतिक आपदाओं का अंदेशा हो सकता है।