Edited By shukdev,Updated: 08 May, 2020 11:49 PM
उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन (एससीबीए) की कार्यकारी समिति ने ऑनलाइन बैठक कर सचिव अशोक अरोड़ा को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एससीबीए के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इससे पहले अरोड़ा ने...
नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय बार एसोसिएशन (एससीबीए) की कार्यकारी समिति ने ऑनलाइन बैठक कर सचिव अशोक अरोड़ा को शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एससीबीए के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इससे पहले अरोड़ा ने वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे को एससीबीए अध्यक्ष पद से हटाने के लिए एजेंडा तय करने के वास्ते 11 मई को आकस्मिक सामान्य बैठक (ईजीएम) बुलाई थी।
एससीबीए के कोषाध्यक्ष मीनेष दुबे ने बताया कि कार्यकारी समिति ने प्रस्तावित ईजीएम को भी निरस्त कर दिया और अरोड़ा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक दल का गठन किया। उन्होंने कहा कि अरोड़ा को निलंबित करने का निर्णय अधिवक्ताओं के बहुमत से लिया गया।
अरोड़ा ने एक बयान जारी कर कहा,“सात मई को अध्यक्ष दवे ने दावा किया था कि उन्हें कोई जनरल बॉडी पद से नहीं हटा सकती क्योंकि उन्हें एससीबीए सदस्यों द्वारा एक साल के लिए चुना गया था लेकिन आज कुछ सदस्यों ने सचिव को अवैध रूप से हटाया दिया।” उन्होंने कहा, “एससीबीए नियमों में चुने हुए सचिव को हटाने का कोई प्रावधान नहीं है। यह अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कुछ अन्य लोगों द्वारा की गई साजिश है। यह पूरी तरह से बदले की कार्रवाई है क्योंकि मैंने एससीबीए के चार सौ दस सदस्यों के अनुरोध पर अध्यक्ष को पद से हटाने पर विचार करने के लिए आकस्मिक सामान्य बैठक (ईजीएम) बुलाई थी।”