Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 01:18 PM
उच्चतम न्यायालय 2005 के सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले के ‘ट्रायल’ जज बी एच लोया की मौत के मामले की स्वतंत्र जांच संबंधी याचिका की सुनवाई शुक्रवार को करेगा। महाराष्ट्र के पत्रकार बंधूराज संभाजी लोने की याचिका पर वकील अनिता शिनॉय ने मुख्य न्यायाधीश...
नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय 2005 के सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले के ‘ट्रायल’ जज बी एच लोया की मौत के मामले की स्वतंत्र जांच संबंधी याचिका की सुनवाई शुक्रवार को करेगा। महाराष्ट्र के पत्रकार बंधूराज संभाजी लोने की याचिका पर वकील अनिता शिनॉय ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह मामला अत्यंत महत्वपूर्ण है इसलिए इसकी सुनवाई जल्द से जल्द करायी जानी चाहिए। न्यायमूर्ति मिश्रा ने उनकी दलीलें स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए शुक्रवार की तारीख मुकर्रर की।
केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग
इससे पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के 470 सदस्यों ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर सोहराबुद्दीन मामले की निचली अदालत में सुनवाई करने वाले पूर्व जज बी एच लोया की मौत की जांच की मांग की थी। यह पत्र उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों और बॉम्बे उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को भी भेजे गये हैं। बार एसोसिएशन ने लोया की संदिग्ध मौत की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो या विशेष जांच दल से कराने की मांग की है।
नवंबर 2014 को हुई थी जस्टिस की मौत
गौरतलब है कि अभी तक इस मामले को लेकर एक आपराधिक रिट याचिका बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ में दाखिल की गई है, जबकि पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल एल रामदास ने भी मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। सोहराबुद्दीन शेख एवं उसकी पत्नी कौसर बी की कथित फर्जी मुठभेड़ में हुई हत्या से संबंधित मामले को 2012 में उच्चतम न्यायालय के आदेश पर महाराष्ट्र स्थानांतरित कर दिया गया था। लोया ने उस मामले की सुनवाई की थी। उनकी मौत नवंबर 2014 में हो गयी थी।