Edited By Yaspal,Updated: 26 Oct, 2018 06:29 PM
के 18 बागी विधायकों ने उन्हें अयोग्य करने के मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का शुक्रवार को फैसला किया...
मदुरैः अन्नाद्रमुक के 18 बागी विधायकों ने उन्हें अयोग्य करने के मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का शुक्रवार को फैसला किया। अयोग्य घोषित किए गए सदस्यों में एक एम थंगा तमिलसेलवन, जो अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम नेता टीटीवी दिनाकरन के एक करीबी समर्थक हैं।
क्या कहा बागी विधायकों ने
उन्होंने कहा, उन्होंने सर्वसम्मति से दुनिया के समक्ष दूसरे गुट की मानसिकता को उजागर करने के लिए उच्चतम न्यायालय में गुहार लगाने का फैसला किया है जिससे यह भी पता चल सके तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल ने गलत फैसला किया था। अध्यक्ष प्रतिशोधी थे और उन्होंने अपनी आधिकारिक शक्तियों का दुरुपयोग किया था। हमें केवल दिनाकरन का साथ देने लिए अयोग्य घोषित किया गया।
एक सवाल पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यक्ष ने पक्षपातपूर्ण निर्णय लिया था और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम सहित 11 विधायकों के खिलाफ समान कार्रवाई शुरू नहीं की थी, जिन्होंने सरकार के खिलाफ मतदान किया था। उन्होंने कहा, हमारे वकील ने बताया कि मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले में कई त्रुटियां थीं और इसलिए उच्चतम न्यायालय के सामने इसके विरुद्ध 30 से 90 दिनों के भीतर अपील दायर की जाएगी।