Edited By Seema Sharma,Updated: 27 Feb, 2019 12:57 PM
पाकिस्तान के कब्जे वाले पीओके में जैश के आतंकी कैम्पों पर एयर स्ट्राइक कर भारतीय सेना ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लिया। 14 फरवरी को शहीद हुए 40 जवानों की शहादत पर जहां एक तरफ पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश था
नेशनल डेस्कः पाकिस्तान के कब्जे वाले पीओके में जैश के आतंकी कैम्पों पर एयर स्ट्राइक कर भारतीय सेना ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लिया। 14 फरवरी को शहीद हुए 40 जवानों की शहादत पर जहां एक तरफ पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश था वहीं दूसरी तरफ आतंकियों को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने पूरी प्लानिंग बनानी शुरु कर दी थी। पाकिस्तान के पीओके में कब और कहां हमला करना है इसके लिए पहले पूरी रैकी की गई। इस पूरे ऑप्रेशन की जानकरी सिर्फ सात लोगों को ही थी और बस इनको पता था कि हमला किस समय और कहां करना है।
ये थे वो सात लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख, खुफिया एजेंसियों- रॉ और आईबी के प्रमुख।
एयर स्ट्राइक पर तारीख -दर तारीख ये हुआ
- 15 फरवरी : वायुसेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोवा ने सरकार के सामने हवाई हमले का प्रस्ताव रखा, केंद्र ने मंजूरी दे दी। 16 से 20 फरवरी : वायुसेना और सेना ने नियंत्रण रेखा पर हेरोन ड्रोंस के साथ एयरबोर्न सर्विलांस को आजमाया। वायुसेना और खुफिया एजेंसियों ने हमले से पहले निशाना बनाने वाले संभावित स्थानों को चिन्हित किया गया और इसकाखाका तैयार किया गया।
- 21 फरवरी : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के सामने वायुसेना ने हवाई हमले के लिए विकल्पों को रखा गया। 22 फरवरी : एयर स्ट्राइक के लिए मिराज लड़ाकू विमान की 1-स्क्वाड्रन 'टाइगर्स' और 7 स्क्वाड्रन 'बैटल एक्सेस' को सक्रिय किया गया।
- 23 फरवरीः हमले से पहले मिराज के पायलटों ने आकिरी बार अपने लक्ष्यों को परखा और उसके बाद हमले को अंजाम देने की स्वीकृति मिली। 24 फरवरी : मध्य भारत में हवाई ट्रायल किया गया, इसमें बठिंडा के अर्ली वार्निंग जेट और आगरा के हवा में ईंधन भरने में सक्षम विमान भी शामिल हुए। मिराज विमानों ने मुजफ्फराबाद के पास नियंत्रण रेखा क्षेत्र में कम ऊंचाई पर उड़ान भरी।
- 25 और 26 फरवरी की मध्य रात : ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, लेजर गाइडेड बम से लैस 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर से उड़ान भरी। लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए लेजर पॉड्स का इस्तेमाल किया और बम बरसाए। एयर स्ट्राइक तड़के 3.20 से 3.30 बजे के बीच की गई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार पीएम मोदी के संपर्क में रहे और मिशन खत्म होने पर जानकारी दी कि ऑप्रेशन सफल रहा।
उल्लेखनीय है कि वायुसेना ने मंगलवार को बालाकोट में हवाई हमले कर जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी कैंप को नष्ट कर दिया। बालाकोट का प्रयोग आतंक की पाठशाला के रूप में होता था। यही पर आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था। बालाकोट पाकिस्तान के खैबर पख्तून प्रांत में कुन्हार नदी के किनारे स्थित है। सूत्रों के मुताबिक आतंकी शिविर में कम से कम 325 आतंकी और 25 से 27 प्रशिक्षक थे, जिसे जैश-ए-मुहम्मद संचालित कर रहा था।