Edited By Seema Sharma,Updated: 04 Dec, 2018 01:05 PM
दुश्मन के घर में घुसकर उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार एक अलग से सर्जिकल स्ट्राइक'' यूनिट बनाने पर विचार कर रही है। नाम न बताने की शर्त में सरकार से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि सेना के तीनों अंगों-थल सेना, जल सेना, वायु सेना
नई दिल्ली: दुश्मन के घर में घुसकर उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सरकार एक अलग से सर्जिकल स्ट्राइक' यूनिट बनाने पर विचार कर रही है। नाम न बताने की शर्त में सरकार से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि सेना के तीनों अंगों-थल सेना, जल सेना, वायु सेना के जांबाज जवानों को इसमें शामिल किया जाएगा। सूत्रो के मुताबिक सरकार चाहती है कि उन्नत क्षमताओं वाला एक विशेष दल बनना चाहिए। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से जुड़े एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यह सब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का आइडिया है।
सर्जिकल स्ट्राइक' यूनिट की खासियत
- यह स्पेशल यूनिट दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर कम से कम समय में हमला करके ज्यादा नुकसान करने में सक्षम होगी।
- नए कमांडो ग्रुप में वायुसेना, सेना और नेवी की विशेष फोर्स गरुड़, मार्कोस और पैरा के जवान शामिल होंगे।
- इन जवानों की स्किल्स यूएस नेवी सील जैसी होगी।
- ये जवान जंगल और पहाड़ों से लेकर समुद्र में हर जगह काम करने में सक्षम होंगे।
- यह यूनिट सीधे तौर पर सेना प्रमुख को रिपोर्ट करेगी।
- इस यूनिट की हमलावर और प्लानिंग दो ब्रांच होंगी। हमलावर ग्रुप को दो सब यूनिट में बांटा जाएगा।
- सरकार ने 96 जवानों को प्लानिंग ग्रुप और 124 जवानों को हमलावर ग्रुप के लिए चुना है।
- हमलावर ग्रुप के जवानों में युद्ध की उच्च कौशलता होने के साथ ही उनमें हाईटेक मैप समझने और एयर सपोर्ट के साथ सामंजस्य जैसे स्किल्स होंगे।
- सपोर्ट ग्रुप में ऐसे जवान भी शामिल होंगे, जिन्हें टारगेट एरिया की स्थानीय जानकारी होगी और वे हमलावर ग्रुप को खुफिया जानकारी मुहैया करा सकते हैं।
आधिकारिक सूत्र के मुताबिक अभी इस ग्रुप का नाम तय नहीं किया गया ह। सरकार इस यूनिट को अलग से बजट मुहैया करवाएगी। उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीम में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों और पाकिस्तान द्वारा बार-बार सीजफायर का उल्लघंन करने के कारण इस यूनिट को तैयार किया जा रहा है। वहीं पड़ोसी देशों पर अलग प्रभाव छोड़ने के लिए भी इस यूनिट का तैयार होना सरकार की एक बड़ी जरूरत भी है।