Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Aug, 2017 08:19 PM
पड़ोसियों से तनाव के रिश्ते पर राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जवाब देते हुए।
नई दिल्ली: देश की विदेश नीति के कमजोर होने के विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि भारत की विदेश नीति आज बुलंदी पर है और वह विश्व एजेन्डा तय कर रहा है। सुषमा ने आज राज्यसभा में भारत की विदेश नीति और सामरिक भागीदारों के साथ तालमेल विषय पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति ऊंची और अच्छी है तथा हमारे प्रधानमंत्री विश्व पटल पर वैश्विक एजेन्डा तय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम जब भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर जाते हैं तो वह आतंकवाद के मुद्दे को जोर शोर से रखते हैं और जब वह जी -20 देशों के सम्मेलन में जाते हैं तो वहां काले धन के मुद्दे को एजेन्डा बनाते हैं। सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नेहरू ने विदेश नीति से व्यक्तिगत सम्मान कमाया और प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश नीति से पूरे भारत को सम्मान दिलाया। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि देश में विदेश नीति की चिंता की जन्मदाता कांग्रेस उनका का अधूरा काम हम पूरा कर रहे हैं। वर्ष 2008 में ग्वादर में चीनी सेना घुसी, तब किसकी सरकार थी, राजीव गांधी 17 साल तक नेपाल नहीं गए।
राहुल पर भड़की सुषमा
उन्होंने कहा कि बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद पाकिस्तान से संबंध बिगड़े, हमने पाक से संबंध सुधारने की पूरी कोशिश की पर आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो सकता। सुषमा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी 2 बार नेपाल गए मालदीव ने हमसे पानी पर मदद मांगी। भारत ने संकट के दिनों में हर देश की सहायता की है। सुषमा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी 2 बार नेपाल गए मालदीव ने हमसे पानी पर मदद मांगी। भारत ने संकट के दिनों में हर देश की सहायता की है। उन्होंने कहा कि युग बदल गया है, अब आर्थिक युद्ध होते हैं। राहुल गांधी पर भड़कते हुए सुषमा ने कहा कि संकट के वक्त चीनी राजदूत से मिले कांग्रेस उपाध्यक्ष।