Edited By Yaspal,Updated: 11 Apr, 2018 06:10 PM
हिमाचल के तीन युवकों को नाइजीरिया में समुद्री लुटेरों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद उन्हें रिहा करा लिया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर तीनों युवकों की रिहाई की जानकारी दी और साथ ही नाइजीरिया में भारतीय दूतावालों के प्रयासों की भी...
नेशनल डेस्कः हिमाचल के तीन युवकों को नाइजीरिया में समुद्री लुटेरों द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद उन्हें रिहा करा लिया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर तीनों युवकों की रिहाई की जानकारी दी और साथ ही नाइजीरिया में भारतीय दूतावालों के प्रयासों की भी सराहना की है।
दरअसल, तीनों युवक हिमाचल के कांगड़ा के रहने वाले हैं और नाइजीरिया में इनके शिप को समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था, जिसमें सुशील कुमार, अजय कुमार और पंकज कुमार नाम के यह युवक भी शिप पर सवार थे और तीनों मर्चेंट नेवी के कर्मचारी हैं।
20 लाख रुपये की गई मांग
युवकों के परिजनों ने बताया कि लुटेरों ने उनकी रिहाई के लिए 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। सुशील के परिजनों ने बताया कि सुशील से 31 जनवरी 2018 को बात हुई थी, इसके बाद 7 मार्च को उसके घर पर एक सैटेलाइट कॉल आई थी, जिसमें सुशील ने अपनी आपबीती घरवालों को बताई। इस कॉल के तीन दिन बाद फिर घर पर एक फोन आया। जिसमें 11 मिलियन नायरा यानी 20 लाख रुपये की मांग की गई।
केंद्र ने दी राज्य सरकार को सूचना
वहीं नाइजीरिया में लापता हुए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के तीन युवकों को ढूंढ निकालने की जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हिमाचल सरकार और कांगड़ा के सांसद शांता कुमार को भेज दी। हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने मीडिया को बताया कि विदेश मंत्री ने उन्हें बताया है कि तीनों युवकों को ढूंढ लिया गया है। तीनों पूरी तरह सुरक्षित हैं, उन्होंने कहा कि परिजन अपनी की सूचना न मिलने के कारण परेशान थे। लेकिन अब सब ठीक है।
केंद्र सरकार का जताया आभार
सीएम ने कहा कि युवकों को खोज निकालने में नाइजीरिया में स्थित भारतीय दूतावास ने भी अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि युवक पूरी तरह सुरक्षित हैं और तीन दिन के अंदर भारत पहुंच जाएंगे। इसके लिए जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार को आभार वयक्त किया।