Edited By Pardeep,Updated: 03 Dec, 2019 05:05 AM
राकांपा नेता शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के उद्धव ठाकरे सरकार में शामिल होने को लेकर सस्पैंस कुछ और समय तक जारी रहेगा। यही कारण है कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी हो रही है। यह कब होगा कोई नहीं जानता। अजीत पवार तुरंत पद की शपथ लेने से...
नेशनल डेस्कः राकांपा नेता शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के उद्धव ठाकरे सरकार में शामिल होने को लेकर सस्पैंस कुछ और समय तक जारी रहेगा। यही कारण है कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विस्तार में देरी हो रही है। यह कब होगा कोई नहीं जानता। अजीत पवार तुरंत पद की शपथ लेने से हिचक रहे हैं और इस पर सोचने के लिए समय चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि एन.सी.पी. को पदों के आबंटन में उपमुख्यमंत्री का पद मिला है।
वहीं कांग्रेस के नाना पटोले को पहले ही विधानसभा स्पीकर का पद मिल चुका है। इससे पहले उम्मीद थी कि अजीत पवार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस पर गठबंधन के सहयोगियों ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। वहीं महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर संभावना जताई जा रही है कि यह 16 से 21 दिसम्बर के बीच राज्य विधानसभा के नागपुर सत्र के बाद ही होगा।
सूत्रों का कहना है कि राकांपा प्रमुख शरद पवार, सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेताओं के गठबंधन सहयोगियों के शीर्ष नेतृत्व को लगा कि अगला विस्तार अजीत पवार की ओर से अविश्वास के कारण विधानसभा के नागपुर सत्र के बाद ही होगा। शरद पवार चाहते हैं कि अजीत पवार शपथ लें और मुद्दों में देरी न करें, लेकिन भतीजा अब तक अनिच्छुक है।
तीनों दलों के मंत्रियों के शामिल होने का इंतजार किया जा सकता है क्योंकि उद्धव अब लोगों के कल्याण के लिए तुरंत कदम उठाना चाहते हैं। वहीं 2 समितियां एक मंत्रिमंडल के लिए और दूसरी गठबंधन सहयोगियों के लिए पहले भी स्थापित की जाएं ताकि सभी स्तरों पर बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सके। अजीत पवार नई स्थिति में अपने आप को ढालने के लिए अधिक समय चाहते हैं। इसके लिए वह अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करने की योजना बना रहे हैं और उसके बाद ही कोई फैसला लेंगे।