Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Nov, 2021 12:04 PM
संसद मानसून सत्र के आज दूसरे दिन 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा गर्माया हुआ है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते ही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन...
नेशनल डेस्क: संसद मानसून सत्र के आज दूसरे दिन 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा गर्माया हुआ है। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते ही स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन पर बैठक बुलाई है। वहीं राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि निलंबन फाइनल है और इसे वापिस नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले मॉनसून सत्र में जो हुआ, वह आज भी हमें डराता है। सभापति ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि सदन के प्रमुख लोग उस घटना की निंदा करेंगे, जो पिछले सत्र में हुई थी।
नायडू ने निलंबित सांसदों पर हुए एक्शन को सही बताते देते हुए कहा कि इन लोगों ने 11 अगस्त को सभी हदें पार कर दी थीं। दरअसल कांग्रेस इस बात पर अड़ी है कि निलंबित सांसद माफी नहीं मांगेंगे। बता दें कि 11 अगस्त को इंश्योरेंस बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ था। बवाल इतना बढ़ गया था कि मार्शलों को बुलाना पड़ गया था।
सरकार का आरोप है कि विपक्षी सांसदों ने मार्शलों के साथ भी बुरा व्यवहार किया और उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई जबकि विपक्ष का कहना है कि मार्शलों ने महिला सांसदों के साथ बुरा बर्ताब किया। जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआई और शिवसेना के सांसद शामिल हैं। इनमें से किसी सांसद पर कागज फाड़ने तो किसी पर टीवी स्क्रीन तोड़ने के आरोप हैं।