Edited By Yaspal,Updated: 02 Dec, 2019 08:31 PM
स्वीडन के राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताफ तथा रानी सिल्विया सार्वजनिक विमानन कंपनी एअर इंडिया की एक वाणिज्यिक उड़ान से भारत आए, क्योंकि आखिरी मिनट में उनके सरकारी विमान में तकनीकी खामी आ गई थी। ऐसा बहुत कम देखने में आता....
नई दिल्लीः स्वीडन के राजा कार्ल सोलहवें गुस्ताफ तथा रानी सिल्विया सार्वजनिक विमानन कंपनी एअर इंडिया की एक वाणिज्यिक उड़ान से भारत आए, क्योंकि आखिरी मिनट में उनके सरकारी विमान में तकनीकी खामी आ गई थी। ऐसा बहुत कम देखने में आता है कि शाही दंपति किसी देश की आधिकारिक यात्रा पर जाने के लिए वाणिज्यिक उड़ान का इस्तेमाल करें। शाही दंपति 26 साल बाद अपनी पांच दिवसीय भारत यात्रा पर आए हैं। उन्हें अपने सरकारी विमान से यहां पहुंचना था, लेकिन वे एअर इंडिया की सीधी वाणिज्यिक उड़ान के जरिए स्टॉकहोम से सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचे।
स्वीडन के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘सरकारी विमान में तकनीकी खराबी आने की वजह से यह बदलाव किया गया।'' एअर इंडिया ने ट्वीट किया, “एअर इंडिया के लिए गर्व का पल, जब हमारे विमान में एक विशेष अतिथि थे। स्वीडन के राजा महामहिम कार्ल गुस्ताफ फोल्के ह्यूबर्टस और उनकी पत्नी सिल्विया रेनैट ने एआई168 से स्टॉकहोम से दिल्ली तक यात्रा की। स्वीडन में (कंपनी की) प्रबंधक संगीता सान्याल ने शाही दंपति का अभिवादन किया।”
हवाई अड्डे पर उनका स्वागत पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिर्वतन राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने किया। विमान से उतरने के बाद शाही दंपति द्वारा अपने बैग पकड़े रहने की तस्वीरें तुरंत ट्विटर पर वायरल हो गईं और सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वालों ने भारत की वीआईपी संस्कृति पर तंज कसा।
जेम्स मैथ्यू नाम के ट्विटर उपयोगकर्ता ने कहा कि सभ्य संवैधानिक राजतंत्र में राजा और रानी के आडम्बर कई लोकतांत्रिक गणतंत्रों के निर्वाचित प्रधानमंत्रियों से कम हैं। एक अन्य व्यक्ति ने ट्विटर पर कहा कि सत्ता में बैठे तथा-कथित लोग इनसे कुछ सीख सकें। ये दोनों बुजुर्ग हैं लेकिन सत्ताधारी वर्ग के विपरीत उनमें अहं नहीं है। यहां तो एक युवा नेता भी सरकारी कर्मी से अपने जूते के फीते बांधने को कहता है।