Edited By Utsav Singh,Updated: 07 Sep, 2024 01:17 PM
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू की स्थिति चिंता का विषय बन गई है। हाल ही में 68 वर्षीय एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे स्वाइन फ्लू से हुई मौतों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। मृतका बिलासपुर जिले के उसलापुर दीप सागर की रहने वाली थीं।
छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू की स्थिति चिंता का विषय बन गई है। हाल ही में 68 वर्षीय एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे स्वाइन फ्लू से हुई मौतों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। मृतका बिलासपुर जिले के उसलापुर दीप सागर की रहने वाली थीं। आज 9 नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे कुल मरीजों की संख्या 155 तक पहुँच गई है। इनमें से 43 मरीज अभी भी एक्टिव हैं, जबकि 101 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण ने यूनीवार्ता से बात करते हुए बताया कि मौते केवल बिलासपुर जिले की नहीं हैं। उन्होंने बताया कि सिम्स अपोलो में एक आईसोलेशन वार्ड स्थापित कर दिया गया है, जहाँ बिलासपुर संभाग और आसपास के जिलों के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि उम्रदराज लोगों की इम्युनिटी कमजोर होने के कारण उनकी स्थिति गंभीर हो रही है, जबकि युवा मरीजों की रिकवरी जल्दी हो रही है।
क्या होता है स्वाइन फ्लू :
स्वाइन फ्लू, जिसे H1N1 इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला फ्लू संक्रमण कहा जाता है, एक अत्यधिक संक्रामक श्वसन संक्रमण है। यह वायरस सूअरों से शुरू हुआ और पहली बार 1919 की महामारी के दौरान पहचाना गया था। आज भी यह मौसमी फ्लू वायरस के रूप में फैलता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण:
- बुखार: सामान्यतः उच्च तापमान के साथ
- खांसी: सूखी और लगातार हो सकती है
- गले में खराश: गले में दर्द या सूजन
- ठंड लगना: ठंड लगने के साथ बुखार का अनुभव
- कमजोरी और शरीर में दर्द: सामान्य शरीर दर्द और थकावट
अग्रिम मामलों में:
- सांस की तकलीफ: सांस लेने में कठिनाई
- निर्जलीकरण: शरीर में पानी की कमी
- चिड़चिड़ापन: बच्चों में चिड़चिड़ापन और बेचैनी
जोखिम समूह:
- बच्चे: विशेष रूप से छोटे बच्चे
- गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को गंभीर संक्रमण का खतरा अधिक होता है
- बुजुर्ग: उम्रदराज लोगों में भी संक्रमण की गंभीरता अधिक हो सकती है
इलाज:
- आराम: शरीर को पूरा आराम देना महत्वपूर्ण है
- दर्द दूर करने वाली दवाइयाँ: बुखार और दर्द के लिए सामान्य दवाइयाँ जैसे पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन
- तरल पदार्थ: निर्जलीकरण से बचने के लिए तरल पदार्थों का सेवन
- एंटीवायरल दवाइयाँ: अगर आवश्यक हो तो डॉक्टर के द्वारा निर्धारित दवाइयाँ
- आईवी तरल पदार्थ: कुछ मामलों में, विशेष परिस्थितियों में नस में दिए जाने वाले तरल पदार्थों की आवश्यकता हो सकती है
स्वाइन फ्लू के मामले में तुरंत चिकित्सा सलाह और उपचार प्राप्त करना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर लक्षण गंभीर हों या जोखिम समूह में शामिल व्यक्ति संक्रमित हो।