Edited By Hitesh,Updated: 07 May, 2021 01:47 PM
यूएस, फ्रांस, ब्राजील और यूके के बाद अब स्विट्जरलैंड, पोलेंड, नीदरलैंड और बैंकॉक ने भी भारत की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। इन देशों से विमानों के लिए राहत सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। स्विट्जरलैंड ने भारत को कई सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और 50 श्वसन...
नेशनल डेस्क: यूएस, फ्रांस, ब्राजील और यूके के बाद अब स्विट्जरलैंड, पोलेंड, नीदरलैंड और बैंकॉक ने भी भारत की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। इन देशों से विमानों के लिए राहत सामग्री उपलब्ध करवाई गई है। स्विट्जरलैंड ने भारत को कई सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और 50 श्वसन यंत्र (respirators) भेजे हैं, जिनकी कीमत CHF 3 मिलियन (लगभग अमरीकी डालर 3.3 मिलियन) है, वहीं पोलेंड ने भारत को महामारी से लड़ने के लिए लगभग 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खेप भेजी है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता, अरिंदम बागची ने इस समर्थन के लिए यूरोपीय देश को धन्यवाद कहा है।
इनके अलावा नीदरलैंड भी इस संकट की घड़ी में भारत के साथ खड़ा है। यहां से फ्लाइट के जरिए 449 वेंटिलेटर, 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और अन्य मेडिकल उपकरण भारत भेजे गए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, अरिंदम बागची ने कहा है कि हम इस मदद के लिए नीदरलैंड का धन्यवाद अदा करते हैं। इन देशों के अलावा बैंकाक द्वारा भी मेडिकल उपकरण भारत भेजे गए हैं। भारतीय वायु सेना के सी -17 विमान ने बैंकाक से पनागर एयर बेस (पश्चिम बंगाल) तक 4 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनरों को एयरलिफ्ट किया है।