Edited By Seema Sharma,Updated: 15 Dec, 2019 10:04 AM
बिना डॉक्टरी सलाह के कैमिस्ट यानी दवा दुकानदार से किसी भी तरह की दवा या इंजैक्शन लेना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। दरअसल, दिल्ली के यमुनापार में हुई घटना के बारे में दिल्ली मैडीकल एसोसिएशन से संबंधित डॉक्टर अनिल बंसल का कहना है कि 80 से 90...
नेशनल डेस्क: बिना डॉक्टरी सलाह के कैमिस्ट यानी दवा दुकानदार से किसी भी तरह की दवा या इंजैक्शन लेना आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। दरअसल, दिल्ली के यमुनापार में हुई घटना के बारे में दिल्ली मैडीकल एसोसिएशन से संबंधित डॉक्टर अनिल बंसल का कहना है कि 80 से 90 प्रतिशत कैमिस्ट बिना प्रिसक्रिप्शन के दवा दे रहे हैं जो पहले से ही दिल्लीवालों के लिए खतरा बना हुआ है लेकिन अब तो इन दवा दुकानदारों ने इंजैक्शन और ड्रिप देना भी शुरू कर दिया है जो मौत को बुलावा देने से कम नहीं है। बिना मैडीकल पढ़ाई के इंजैक्शन देना खतरनाक डॉक्टर बंसल ने कहा कि इंजैक्शन में डोज का बहुत महत्व होता है।
खासकर छोटे बच्चों के मामले में क्योंकि बच्चे के वजन के अनुसार उनका डोज तय होता है इसलिए बिना मैडीकल की पढ़ाई के इंजैक्शन देना खतरे से खाली नहीं है। डॉक्टर बंसल ने कहा कि साल 2003 से हम लोग कैमिस्ट द्वारा प्रैक्टिस किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उस समय कैमिस्ट्स ने स्ट्राइक कर दी तो सरकार पीछे हट गई। अब ये दवा देने के साथ इंजैक्शन और ड्रिप भी चढ़ाने लगे हैं। यह अनैतिक और अवैध है। डॉक्टर बंसल ने कहा कि आम लोग सस्ते इलाज और जल्दबाजी में इस तरह की घटनाओं के शिकार हो जाते हैं।
इंजैक्शन नर्व में लग जाए तो पैरालाइसिस का खतरा डॉ. बंसल ने कहा कि कई बार कंधे या बांह में लगने वाला इंजैक्शन अगर नर्व को लग जाए तो पैरालाइसिस का खतरा रहता है। इसी प्रकार कुछ लोगों को इंजैक्शन में इस्तेमाल दवा का रिएक्शन होने का खतरा रहता है। इसमें कई बार दवा बॉडी के खिलाफ काम करने लगती है और बॉडी सैल्स को ही मारने लगती है। यह बहुत खतरनाक होता है। इसके लिए विशेषज्ञता की जरूरत होती है ताकि एंटीडोज का दूसरा इंजैक्शन दिया जाए।