Edited By Monika Jamwal,Updated: 16 Jan, 2019 12:03 PM
भारतीय सेना पर आतंकियों के परिवारों को परेशान करने का आरोप लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अब आतंकियों से बातचीत की वकालत की है।
श्रीनगर : भारतीय सेना पर आतंकियों के परिवारों को परेशान करने का आरोप लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अब आतंकियों से बातचीत की वकालत की है। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिला में पार्टी कार्यक्रम से इतर महबूबा ने पत्रकारों को बताया कि कश्मीर घाटी में बढ़ते आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए आतंकी संगठनों के सरगना से बातचीत की पहल होनी चाहिए, क्योंकि हथियार उठाने वाले ही हथियार की संस्कृति खत्म कर सकते हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मेरा मानना है कि जम्मू कश्मीर में शांति और अमन के लिए सिर्फ अलगाववादी हुर्रियत से बात करना काफी नहीं है। हमें आतंकी संगठन के सरगनाओं से भी बातचीत की पहल करनी चाहिए।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पी.डी.पी.) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि स्थानीय आतंकी भी इसी धरती की संतान हैं। हमारी कोशिश उन्हें खत्म करने की नहीं, बल्कि उन्हें बचाने की होनी चाहिए। महबूबा ने आरोप लगाया कि 2019 के चुनावों में हर बार की तरह वोट पाने के लिए कश्मीरियों का इस्तेमाल कर राजनीतिक दल अपना हित साध रहे हैं। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय दलों के इस कदम के लिए कितने कश्मीरियों और उनके परिवारों को कीमत चुकानी होगी।
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