Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Dec, 2020 01:22 PM
कोरोना काल के बीच तमिलनाडु सरकार ने जल्लीकट्टू के आयोजन की अनुमति दे दी है। हालांकि इस दौरान सरकार ने कुछ पाबंदियां भी लगाई हैं जिनका सख्ती से पालन करने को कहा गया है। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि इस समारोह में 150 से ज्याद लोग शामिल नहीं होंगे।...
नेशनल डेस्क: कोरोना काल के बीच तमिलनाडु सरकार ने जल्लीकट्टू के आयोजन की अनुमति दे दी है। हालांकि इस दौरान सरकार ने कुछ पाबंदियां भी लगाई हैं जिनका सख्ती से पालन करने को कहा गया है। तमिलनाडु सरकार ने कहा कि इस समारोह में 150 से ज्याद लोग शामिल नहीं होंगे। कार्यक्रम के आयोजन स्थल पर 300 से ज्यादा सांड मालिक मौजूद नहीं रह सकते हैं। साथ ही इस समारोह में शामिल होने वाले खिलाड़ियों, सांड मालिकों और पालकों का कोरोना टेस्ट होगा। सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही उनको आयोजन में शामिल होने दिया जाएगा। आयोजन स्थल पर 50 फीसद दर्शक ही जुट पाएंगे। सभी दर्शकों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। सभी के लिए फेस मास्क जरूरी होगा।
बता दें कि जल्लीकट्टू तमिलनाडु का एक परंपरागत खेल है जो पोंगल पर आयोजित किया जाता है। जल्लीकट्टू को तमिलनाडु के गौरव तथा संस्कृति का प्रतीक कहा जाता है। ये 2000 साल पुराना खेल है जो उनकी संस्कृति से जुड़ा है। इस बार जल्लीकट्टू का आयोजन जनवरी, 2021 के दूसरे हफ्ते में होगा। बता दें कि साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर बैन लगा दिया था। कोर्ट के इस फैसले का काफी विरोध हुआ था, लोग सड़कों पर उतर आए थे। हालांकि राज्य सरकार ने बाद में एक अध्यादेश पास करके इसके आयोजन की अनुमति दी थी।